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मासूम सी दिखने वाली डॉलफिन से थर-थर कांपती है खतरनाक शार्क! हैरान कर देगी वजह

The King Of Ocean : जलीय जीवों की बात करें तो बिना शक सबसे खतरनाक जानवर शार्क को कहा जाएगा। लेकिन, असलियत कुछ और है। बेहद खतरनाक शार्क असल में डॉलफिंस से डरती हैं। आइए जानते हैं क्या है इसका कारण।
07:40 PM Oct 02, 2024 IST | Gaurav Pandey
Sharks Are Afraid of Dolphins
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Sharks vs Dolphins : अगर आपसे पूछा जाए कि समुद्र में रहने वाला सबसे खतरनाक जानवर कौन सा है तो ज्यादातर लोगों के दिमाग में शार्क का नाम आएगा। लेकिन, पानी में रहने वाला एक जीव ऐसा भी है जिससे शार्क भी डरती हैं। हैरानी की बात यह है कि यह जानवर बेहद मासूम और दोस्ताना व्यवहार करने वाली डॉलफिन है। दरअसल, डॉलफिन अपने पिटारे में एक ऐसा घातक रहस्य लेकर चलती हैं जो उन्हें समुद्र का असली राजा बना देता है। आइए जानते हैं आखिर बेहद खतरनाक शार्क डॉलफिन से क्यों डरती हैं।

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शार्क की छवि समुद्र के एपेक्स प्रिडेटर के तौर पर बनाने में हॉलीवुड फिल्मों ने खासा बड़ा रोल निभाया है। साल 1975 में आई स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म Jaws ने ऑडियंस के मन में शार्क का ऐसा डर भरा जो आज भी कायम है। हालांकि, इस बात में कोई शक नहीं है कि शार्क बेहद खतरनाक होती हैं और इनके शिकार का बचना लगभग नामुमकिन ही होता है। लेकिन, असल में डॉलफिन समुद्र के सबसे ज्यादा डॉमिनेंट जीवों में से एक हैं। ग्रेट व्हाइट शार्क भी अगर डॉलफिन के झुंड को देख लेती हैं तो अपना रास्ता बदल लेती हैं।

अनोखी और बुद्धिमान होती हैं डॉलफिन

जलीय स्तनधारियों में आने वाली डॉलफिन आम तौर पर गर्म ट्रॉपिकल इलाकों में पाई जाती हैं। ये 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तैर सकती हैं और पानी की सतह से 9 मीटर ऊंचाई तक की छलांग लगा सकती हैं। स्तनधारी होने से डॉलफिन का खून गर्म होता है। उनके सिर पर एक छिद्र होता है जिसकी मदद से वह सांस लेती हैं। इंसानों से उलट डॉलफिंस को सोते समय भी सांस लेना याद रखना होता है। उन्होंने खुद को ऐसे इवॉल्व किया है कि उनके दिमाग का एक हिस्सा आराम करता है और दूसरा हिस्सा अलर्ट रहता है।

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डॉलफिन को सामाजिक और बुद्धिमान प्राणी माना जाता है। वह ग्रुप में सफर करती हैं जिसे पॉड कहा जाता है। एक पॉड में डॉलफिन की संख्या 30 तक होती है। वह ग्रुप में ही शिकार करती हैं, कम्युनिकेट करती हैं और संबंध बनाती हैं। अगर पॉड का कोई एक सदस्य खतरे में फंस जाता है तो बाकी सभी डॉलफिन उसे बचाने के काम में लग जाती हैं। यानी कि अगर कोई शार्क पॉड से अलग हो गई डॉलफिन को शिकार बनाने की कोशिश करती है तो उस पॉड की सभी डॉलफिन शार्क से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हो जाती हैं।

शार्क-डॉलफिन की जंग में कौन जीतेगा?

थ्योरी में देखें तो डॉलफिन और शार्क की लड़ाई में शार्क भारी पड़ती दिखती है। अधिकांश डॉलफिन 2 से 4 मीटर तक लंबी होती हैं जबकि ग्रेट व्हाइट शार्क 6.5 मीटर तक लंबी हो सकती है। लेकिन, डॉलफिन भी कम नहीं हैं। सबसे पहले तो डॉलफिन बहुत फुर्तीली होती हैं। उल्लेखनीय है कि डॉलफिंस की होरिजोंटल पूंछ उन्हें बेहद तेजी के साथ मुड़ने, घूमने और दिशा बदलने में मदद करती है। दूसरा डॉलफिन बहुत ज्यादा बुद्धिमान होती हैं। उन्हें पता होता है कि शार्क पर कहां हमला करना है जिससे उसे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचे।

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डॉलफिन जानती हैं कि अगर वह शार्क के गिल्स (जिससे शार्क सांस लेती हैं) या पेट के निचले नर्म हिस्से पर वार किया जाए तो शार्क को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। उनके अंगों को घातक नुकसान पहुंच सकता है, इंटर्नल ब्लीडिंग हो सकती है। अगर डॉलफिन ने शार्क के गिल्स पर हमला किया तो वह सांस नहीं ले पाएंगी और डूब जाएंगी। इन घातक क्षमताओं के बावजूद अक्सर देखा गया है कि डॉलफिन इंसानों को शार्क के हमले से बचाती हैं। ऐसे में समुद्र का सबसे घातक जीव डॉलफिन को कहना गलत नहीं होगा।

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