Fact Check: क्या वाकई रेलवे ने अपनी ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच कम किए हैं
Fact Check Indian Railways Reduced General Sleeper Coaches: छठ पूजा के लिए लोग देशभर के विभिन्न शहरों से अपने घर बिहार गए। इस मौके के लिए इंडियन रेलवे ने करीब 2423 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। दिसंबर 2023 तक स्पेशल ट्रेनों के 6754 ट्रिप्स शेड्यूल हैं। इस बार पिछले साल की तुलना में 3 गुना ज्यादा ट्रिप्स लगेंगे। वहीं करीब 40 लाख लोगों सफर कर रहे हैं। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में इतनी भीड़ रही कि लोगों ने ट्रेन के वॉशरूम तक में बैठकर सफर किया। इस भीड़ की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। इस बीच एक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि इंडियन रेलवे ने अपनी स्पेशल ट्रेनों में सामान्य और स्लीपर कोचों की संख्या घटा दी है। ऐसा अधिक राजस्व कमाने के लिए किया गया है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। रेलवे ने अपना पक्ष रखते हुए लोगों को सच्चाई बताई है।
वायरल पोस्ट में किया गया दावा और रेलवे का सच
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि 22 कोच वाली ट्रेन में 4 सामान्य कोच थे, जिन्हें घटाकर 2 किया गया है। स्लीपर कोच 7 थे, जिन्हें घटाकर 2 किया गया है। कोचों की संख्या घटने के कारण ही उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में इतनी ज्यादा भीड़ है, जबकि रेलवे ने इससे इनकार किया है। इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है। एक मीडिया हाउस द्वारा किए गए फैक्ट चैक के अनुसार, ट्रेन में 22 कोच होते हैं। इसमें 6 से 7 स्लीपर और 4 जनरल कोच होते हैं। इस संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ट्रेनों में थर्ड एसी के 6, सेकेंड एसी के 2 और फर्स्ट एसी का एक कोच होता है। एक पेंट्री कार, एक पावर कार और एक गार्ड वैन भी होती है। ऐसे में सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में किए गए दावे पर भरोसा नहीं करें।
रेलवे का इस साल यात्रियों की संख्या बढ़ने का दावा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पेशल ट्रेन में करीब 1800 लोग सफर कर सकते हैं। करीब 40 लाख लोग उत्तर प्रदेश और बिहार पहुंच चुके हैं। जनरल कोच में करीब 100 यात्री बैठ सकते हैं। नॉन एसी स्लीपर कोच के साथ-साथ 3 टियर एसी कोच में 72 लोग बैठ सकते हैं। 2 टियर एसी कोच (बोगी) में 48 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। रेलवे के आधिकारिक डेटा के अनुसार, इस साल अप्रैल से अक्टूबर 2023 तक 334 करोड़ लोग ट्रेनों में सफर कर चुके हैं। इनमें से 18.2 करोड़ लोगों ने एसी कोच में सफर किया है। इस साल यात्रियों की कुल संख्या में 41. (Adipex) 1 करोड़ का इजाफा भी हुआ है। जनरल और स्लीपर कोच में सफर करने वालों की संख्या में 92.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इन आंकड़ों के आधार पर रेलवे ने अपील की है कि अफवाहों से यात्री दूर रहें।