AI रेस में गूगल क्यों रह गया पीछे? पूर्व CEO ने किया खुलासा
Eric Schmidt Google AI: कोरोना महामारी ने दुनिया को बदल दिया था । इस दौरान कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का ऑप्शन दिया था। हालांकि, इससे कुछ चुनौतियां भी उभरीं। हाल ही में, गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट ने कहा है कि 'वर्क फ्रॉम होम' की वजह से गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की रेस में पीछे रह गया है।
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श्मिट का क्या कहना है?
गूगल के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट का मानना है कि 'वर्क फ्रॉम होम' के चलते गूगल के कर्मचारियों की टीमवर्क और Collectivization में कमी आई है। उनका कहना है कि जब लोग एक साथ ऑफिस में काम करते हैं, तो नए विचारों और इनोवेशन को बढ़ावा मिलता है। लेकिन घर से काम करने पर यह संभव नहीं हो पाता।
AI रेस की अहमियत
आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हर कंपनी के लिए इम्पोर्टेन्ट हो गया है। बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियां इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की होड़ में हैं। श्मिट का मानना है कि गूगल को इस रेस में सबसे आगे होना चाहिए था, लेकिन 'वर्क फ्रॉम होम' के चलते कंपनी की Progress धीमी हो गई है।
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Eric Schmidt Google AI: वर्क फ्रॉम होम के फायदे और नुकसान
'वर्क फ्रॉम होम' के कई फायदे हैं, जैसे कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलता है। लेकिन इसके नुकसान भी हैं। जैसे, ऑफिस में काम करने से जो टीमवर्क और कम्युनिकेशन होता है, वह घर से काम करने पर नहीं हो पाता। श्मिट का कहना है कि यह एक कमी है जो गूगल के डेवलपमेंट में बाधक बन रही है।
क्या सच में घर से काम करने से होता है नुकसान?
इस बात पर बहस हो रही है कि क्या सच में घर से काम करने से कंपनियां पीछे छूट जाती हैं। कुछ लोग कहते हैं कि घर से काम करने से लोगों के पास ज्यादा समय होता है और वे अच्छे से काम कर पाते हैं। वहीं, दूसरे लोग मानते हैं कि ऑफिस जाने से ही अच्छे विचार आते हैं।
सही क्या है, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन एक बात तो तय है कि दोनों तरीकों के अपने फायदे और नुकसान हैं।