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Google का सीनियर एंप्लाइज को खुद जॉब छोड़ने का ऑप्शन, एंड्राइड-पिक्सल लपेटे में

Google Voluntary Exit Program: गूगल ने एंड्रॉयड और पिक्सल टीम के चुनिंदा कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम शुरू किया है, जिसमें सेवरेंस पैकेज दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य 2024 में कंपनी के रिस्ट्रक्चरिंग के बाद ऑपरेशन को स्ट्रीमलाइन करना है।
01:28 PM Jan 31, 2025 IST | Ankita Pandey
google का सीनियर एंप्लाइज को खुद जॉब छोड़ने का ऑप्शन  एंड्राइड पिक्सल लपेटे में
Google CEO Sunder Pichai

Google Voluntary Exit Program: गूगल ने अपने कुछ कर्मचारियों को अपनी मर्जी से कंपनी छोड़ने का विकल्प (वॉलंटरी एग्जिट) दिया है। यह 'वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम' खास तौर पर एंड्रॉयड और पिक्सल टीम के मेंबर्स और अन्य प्रोजेक्ट में शामिल कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया है। 9to5Google की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जो लोग Google के इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं, वे सेवरेंस पैकेज के साथ कंपनी में अपनी रोल से हट सकेंगे।

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बता दें कि इस फैसले की जानकारी कंपनी के प्लेटफॉर्म्स और डिवाइसेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रिक ऑस्टरलो (Rick Osterloh) द्वारा भेजे गए एक मेमो से दी गई।

क्या है गूगल का वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम?

गूगल ने यह प्रोग्राम उन कर्मचारियों के लिए शुरू किया है जो अपनी इच्छा से अपनी नौकरी छोड़ना चाहते हैं। जो कर्मचारी इस प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे, उन्हें एक निश्चित सीमा तक मुआवजा दिया जाएगा। 9to5Google की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस फैसले की जानकारी कंपनी के प्लेटफॉर्म्स और डिवाइसेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रिक ऑस्टरलो (Rick Osterloh) ने दी है।

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ऑस्टरलो ने अपने मैसेज में कहा कि पिछले साल हमने दो बड़े ऑर्गनाइजेशन को एक साथ जोड़ा था। इस टीम में जबरदस्त गति है और आगे महत्वपूर्ण काम है। इसलिए, हम चाहते हैं कि हर कोई हमारे मिशन के प्रति पूरी तरह से डेडिकेटेड रहे और शानदार प्रोडक्ट के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करे।

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गूगल की नई स्ट्रैटजी

2024 में गूगल ने अपने एंड्रॉयड और हार्डवेयर टीमों को एक साथ मिला दिया था, ताकि एआई फीचर्स को तेजी से इंटीग्रेट किया जा सके। इस इंटीग्रेशन डिपार्टमेंट को रिक ऑस्टरलो संभाल रहे हैं। हालांकि, गूगल सर्च और डीपमाइंड जैसी अन्य यूनिट इस वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम के तहत नहीं आती हैं।

अगर ज्यादा कर्मचारी इस प्रोग्राम का लाभ नहीं उठाते हैं, तो यह लेऑफ में बदल सकता है। टेक कंपनियों में यह एक आम स्ट्रैटजी है, जिससे वे कर्मचारियों की संख्या को कंट्रोल कर सकें।

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का रिएक्शन

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने 2024 के अंत में कर्मचारियों को आगाह किया था कि 2025 कंपनी के लिए एक 'महत्वपूर्ण वर्ष' होगा। उन्होंने कहा कि हमें इसे समझने और तेजी से आगे बढ़ने की दिशा में काम करना होगा। दांव बहुत ऊंचे हैं। 2025 में, हमें पूरी तरह से इस तकनीक के लाभों को अनलॉक करने और रियल यूजर प्रॉब्लम को हल करने पर ध्यान देना होगा।

गूगल का यह वॉलंटरी एग्जिट प्रोग्राम टेक इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कर्मचारियों को एक सुरक्षित निकास का अवसर देता है, लेकिन साथ ही संकेत भी देता है कि कंपनी अपने स्ट्रक्चर को अधिक कुशल बनाने की दिशा में काम कर रही है।

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