वायरस वाले Apps का खेल खत्म... सरकार ने बताई गजब की ट्रिक; जानें स्टेप बाय स्टेप
How to identify Malicious Apps on Google Play Store: भारत में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है और स्कैमर्स नए-नए तरीकों से लोगों को टारगेट कर रहे हैं और उनकी पर्सनल डिटेल्स चुरा रहे हैं। अक्सर ये स्कैमर्स नकली ऐप्स तैयार करते हैं, जो असली ऐप्स जैसे ही दिखाई देते हैं। भोले-भाले लोग इन ऐप्स को डाउनलोड कर लेते हैं, जिससे उनकी सेंसिटिव इनफार्मेशन, जैसे क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, बैंक और अन्य डिटेल्स, लीक हो जाती है।
हैकर्स को देते हैं जानकारी
ये ऐप्स आपकी प्राइवेट जानकारी हैकर्स तक पहुंचा देते हैं, जो इसका गलत यूज कर सकते हैं। हैकर्स इस जानकारी का यूज आपको धोखा देने या ब्लैकमेल करने के लिए भी कर सकते हैं, खासकर जब उन्हें आपके प्राइवेट फोटो या वीडियो मिल जाते हैं।
X पर शेयर किया वीडियो
हालांकि दूसरी तरफ, सरकार साइबर अपराध से बचाव के लिए लगातार कदम उठा रही है। हाल ही में दूरसंचार विभाग ने X पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें बताया है कि आप अपने फोन से ऐसे फर्जी और डेंजरस ऐप्स को कैसे पहचान सकते हैं।
अपने स्मार्टफोन से डेंजरस ऐप्स कैसे पहचाने?
- सबसे पहले फोन में Google Play Store ओपन करें।
- इसके बाद ऊपर दाईं ओर प्रोफाइल आइकन पर टैप करें।
- मेनू में Play Protect ऑप्शन को सेलेक्ट करें।
- इसके बाद स्कैन बटन पर क्लिक करें।
- स्कैन कम्पलीट होने के बाद अगर डिवाइस में कोई डेंजरस ऐप मिलता है तो आपको अलर्ट मिल जाएगा।
कल से ये नियम हो रहा लागू
इसके अलावा, आपको बता दें कि कल यानी 11 दिसंबर से ट्राई ‘मैसेज ट्रेसिबिलिटी’ नियम ला रहा है जिसके बाद फर्जी मैसेज की टेंशन खत्म हो जाएगी। ऐसे किसी भी मैसेज को स्वीकार नहीं किया जाएगा, जिसमें टेलीमार्केटर्स नंबर सीरीज का यूज नहीं किया गया होगा।
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