होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

SIM कार्ड पोर्ट करवाने पर बैन वाला नियम है काफी फायदेमंद; जानें कैसे?

SIM Card New Rules : क्या आप जानते हैं 1 जुलाई से सिम कार्ड पोर्ट करवाना काफी मुश्किल हो जाएगा। TRAI ने अपने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। चलिए इसके बारे में जानते हैं और इसकी क्या वजह है...
09:51 AM Mar 21, 2024 IST | Sameer Saini
Advertisement

SIM Card New Rules: पिछले हफ्ते टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने अपने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) नियमों में बदलाव की घोषणा की थी। इन नए नियमों के अनुसार, अगर कोई सिम कार्ड स्वैप किया गया है या बदला गया है, तो उस मोबाइल नंबर को 7 दिनों के लिए किसी अलग टेलीकॉम ऑपरेटर में पोर्ट नहीं किया जा सकता है। अगर आपको भी ऐसा लग रहा है कि सरकार ने आपका काम बढ़ा दिया है तो ऐसा नहीं है। ये नियम काफी फायदेमंद है। यह नियम आपको SIM Swap fraud से बचा सकता है।

Advertisement

जानकारी के लिए बता दें कि एमएनपी नियमों की शुरुआत के बाद से यह नौवां नया संशोधन है। TRAI का कहना है कि नए नियमों का उद्देश्य देश में सिम स्वैप फ्रॉड को रोकना और कम करना है। जानकारी के मुताबिक नए नियम 1 जुलाई से लागू होंगे। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि SIM कार्ड पोर्ट करवाना बैन हो गया है।

बढ़ रहे हैं SIM Swap Fraud

देश में इन दिनों SIM Swap Fraud के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि TRAI ने नए नियम जारी किए हैं। SIM Swap Fraud में फोन नंबरों को पोर्ट करने से एजेंसियों के लिए अपराधी को ट्रैक करना काफी मुश्किल हो जाता है। इससे भी खास बात यह है कि कुछ सिम स्वैप अटैक तो कस्टमर सर्विस को कॉल करने के दौरान हुए हैं, जिसमें उनसे नए सिम कार्ड एक्टिवेशन के लिए कहा जाता है क्योंकि उनका मौजूदा कार्ड चोरी हो गया था या समय के साथ डैमेज हो गया था। इसलिए कस्टमर भी फटाफट सारी डिटेल्स शेयर कर देता है।

Advertisement

ये भी पढ़ें : Google I/O 2024: गूगल ला रहा गजब का फीचर! फोन स्विच-ऑफ हुआ तब भी कर सकेंगे ट्रैक

SIM स्वैप क्या है?

जानकारी के लिए बता दें कि SIM स्वैप (SIM Swap) एक प्रकार का फ्रॉड है जिसमें धोखेबाज व्यक्ति आपके मोबाइल नंबर को चुराने के लिए आपकी सिम कार्ड को नकली सिम में बदल देता है। इसका मुख्य उद्देश्य आपके नंबर से संबंधित सभी जानकारी को प्राप्त करना होता है, जैसे कि बैंक अकाउंट डिटेल्स, एसएमएस पिन, यूएसएसडी नंबर, आदि इसमें शामिल है।

कितना समय लगता है सिम स्वैप करने में?

बता दें कि अगर आपका पुराना सिम कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है आपको नए फ़ोन के हिसाब से नए अलग साइज का सिम चाहिए होती है, तो एक रिप्लेसमेंट सिम आपको अपना नंबर एक न्यू सिम में ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। जानकारी के मुताबिक इस नए सिम को एक्टिवेट होने में 24 घंटे तक का समय लग सकता है, हालांकि कभी कभी तो कुछ ही मिनटों में SIM एक्टिवेट हो जाता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
mobile Sim card
Advertisement
Advertisement