10 लाख में डील... 7 लाख एडवांस, गोधरा में भी NEET एग्जाम कांड, 5 आरोपी गिरफ्तार
(ठाकुर भूपेंद्र सिंह, अहमदाबाद)
Godhra NEET Exam Cheating Scandal : NEET एग्जाम पेपर लीक मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ-साथ गुजरात के गोधरा में चल रही जांच पर टिकी हैं, क्योंकि यहां मनपसंद सेंटर और परीक्षा पास कराने के नाम पर बड़ी साजिश रची गई थी। गुजरात पुलिस ने साफ किया कि गोधरा में नीट एग्जाम का कोई पेपर लीक नहीं हुआ, लेकिन पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का मामला सामने आया है।
गोधरा नीट कांड में 5 आरोपी गिरफ्तार
गोधरा में गैरकानूनी तरीके से नीट एग्जाम पास कराने के केस में जयराम स्कूल के आचार्य और नीट एग्जाम के सिटी कोऑर्डिनेटर पुरुषोत्तम शर्मा समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। लोवर कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी। पुलिस ने अदालत में जमानत याचिका का विरोध करते हुए बताया कि कैसे पुरुषोत्तम शर्मा, टीचर तुषार भट्ट, रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम राय, उनके साथी विभोर और बिचौलिए आरिफ ने इस कांड को अंजाम देने के लिए नीट एग्जाम से पहले एक होटल में बैठक की थी।
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आरोपियों में जयराम स्कूल के आचार्य और टीचर भी शामिल
जानकरी के मुताबिक, जयराम स्कूल को एग्जाम सेंटर के तौर पर तय करने से पहले चार स्कूलों का सर्वे किया गया था, जिनमें से एक जबनपुर का सरकारी कॉलेज भी था, जो एग्जाम सेंटर के लिए पूरी तरह से उपयुक्त था। इसके बाद भी जयराम स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया, जिसमें पुरुषोत्तम शर्मा आचार्य और तुषार भट्ट शिक्षक हैं।
एग्जाम सेंटरों से कई अहम सुराग मिले
इस मामले की जांच कर रहीं एजेंसियां गोधरा परीक्षा सेंटरों से सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल, फोन से मिले 30 छात्रों की डिटेल और परीक्षा एजेंसी के दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण सुराग लेकर गई हैं। वहीं, गोधरा पुलिस ने इस मामले में एनटीए से जानकारी मांगी है कि परीक्षा कैसे कंडक्ट कराई जाती है और एग्जाम के ऑब्जर्वर एवं सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया क्या होती है। आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा।
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संदिग्ध छात्रों और उनके परिजनों को समन भेजेगी पुलिस
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने एनटीए से गुजरात के बाहर के छात्रों के नाम और पते का भी विवरण प्राप्त किया, जिनमें संदिग्ध दिखने वाले 16 छात्रों में से 10 गुजरात के हैं, जबकि 6 अन्य राज्यों के। अब पुलिस सभी छात्रों और उनके परिजनों को पूछताछ के लिए समन भेजेगी। पहले एनटीए ने मदद नहीं की, लेकिन बाद में गोधरा पुलिस को दिल्ली बुलाकर जारी जानकारी मुहैया कराई गई।
ऐसे हुआ नीट कांड का खुलासा
आपको बता दें कि कलेक्टर को मिली सूचना के आधार पर गोधरा के एग्जाम सेंटर जयराम स्कूल का निरीक्षण किया गया। इस दौरान खुलासा हुआ कि परीक्षार्थियों से पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का खेल हुआ। इस पर पंचमहल जिले के शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि आरिफ वोरा ने एजेंट के तौर पर तुषार भट्ट से छात्रों की मुलाकात कराई। फिर 10-10 लाख में डील हुई और 7 लाख रुपये एडवांस लिए थे।
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कैश और चेक में लिए गए थे पैसे
तुषार भट्ट के मोबाइल में परशुराम राय से चैट मिले, जिसमें 11 छात्रों के नाम, रोल नंबर और उनके एग्जाम सेंटर का पता लिखा था। उनकी कार से 7 लाख रुपये कैश भी बरामद हुए, जबकि परशुराम के घर से 2 करोड़ 30 लाख रुपये के चेक और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं। जांच में यह भी बात सामने आई कि गोधरा के आरिफ वोरा और परशुराम राय की भूमिका छात्रों से पैसे लेकर पास कराने में है। भट्ट के फोन से 30 से ज्यादा छात्रों के नाम के आगे कन्फर्म चिह्न बने थे। उसने एडवांस लेने वाले छात्रों को ओएमआर शीट खाली छोड़ने के लिए कहा था, ताकि बाद में शीट को भरकर उन्हें पास कराया जाए। पुलिस ने इस मामले में सामने आए नाम के आधार पर संदिग्ध छात्रों और अभिभावकों के बयान दर्ज किए। परशुराम राय ने कई छात्रों के परिजनों से कैश-चेक में पैसे लिए थे।