53 साल की अनपढ़ महिला ने दूध बेचकर बनाया रिकॉर्ड, हर साल कमाती है 48 लाख रुपये
Gujarat Illiterate Woman Earns 48 Lakh Rupees: एशिया की नंबर वन बनास डेयरी गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित है। इस जिले के ज्यादातर पशुपालक बनास डेयरी में दूध देकर अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं। आज एक बार फिर से गुजरात का यह जिला चर्चाओं में है, वो भी एक 53 साल की अनपढ़ महिला के काम की वजह से। दरअसल इस अनपढ़ महिला ने दिसा तालुक में सिर्फ दूध से पूरे साल में 48 लाख रुपये की कमाई की। इसके साथ ही तालुक में पहला नंबर हासिल कर रिपोर्ड बनाया है।
पहले करती थी खेती-किसानी
हम बात कर हैं दिसा तालुक के शेरपुरा गांव की रहने वाली 53 साल की दरियाबेन टिकमाजी राजपूत की। दरियाबेन बताती है कि पहले वह खेती-किसानी से जुड़ा काम करती थी। लेकिन मॉनसून का पानी खेतों में भर जाता था, जिससे उनकी फसलों को भारी नुकसान होता था। इससे परेशान हो कर उन्होंने साल 2005-06 में एक देशी गाय ली। यह देशी गाय 5 से 6 लीटर दूध देती थी, जिसमें से तीन लीटर दूध डेयरी में लोड होता था। इस दूध से होने वाली कमाई से परिवार का भरण-पोषण होगा था। इस बीच उनके पति का निधन हो गया और दो बेटों की जिम्मेदारी उन पर आ गई।
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दूध के व्यापार ने बदली किस्मत
दरियाबेन टिकमाजी बताती है कि पति की मृत्यु के बाद उन्होंने बहुत मेहनत की। वह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करती थी। साथ ही एक गाय के दूध से भी आमदनी होती थी। इसके बाद उन्होंने कमाई में से बचत करके धीरे-धीरे गायों की संख्या बढ़ाई और पशुपालन का व्यवसाय शुरू किया। आज दरियाबेन के पास 100 से ज्यादा गाय हैं। उन्होंने गायों को रखने के लिए 9 लाख की लागत से एक अस्तबल बनाया है। दरियाबेन राजपूत हर रोज 100 गायों से 800 से 900 लीटर दूध निकालती हैं और हर महीने 9 से 10 लाख रुपये कमाती हैं।
दरियाबेन राजपूत ने इस साल गाय दुहने में दिसा तालुका का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उन्होंने पूरे तालुका में सबसे ज्यादा दूध बेचा और उससे 48 लाख रुपये भी कमाए।