गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने किया AI Task Force का गठन; राज्य के विकास को मिलेगी नई रफ्तार
Gujarat CM Bhupendra Patel Formed AI Task Force: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने आज के जमाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती जरुरत को देखते हुए एक बड़ा फैसला किया है। दरअसल, सीएम भूपेन्द्र पटेल ने राज्य के विकास कार्यों के लिए एक AI टास्क फोर्स का गठन किया है। सीएम भूपेन्द्र पटेल ने सोमनाथ में आयोजित राज्य सरकार के वार्षिक विचार शिविर में गुजरात को प्रौद्योगिकी-संचालित शासन (Technology-driven Governance) और सामाजिक-आर्थिक विकास में आगे बढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यापक उपयोग की घोषणा की। इसी घोषणा के तहत उन्होंने AI टास्क फोर्स का गठन किया है।
गिफ्ट सिटी में AI सेंटर
सीएम भूपेन्द्र पटेल का कहना है कि टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल से नागरिक योजनाओं, सेवाओं और सुविधाओं का कुशलतापूर्वक लाभ उठा सकते हैं। इस काम को पूरा करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग आज के समय की मांग है। राज्य सरकार ने हाल ही में गिफ्ट सिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ एक MoU पर साइन किए हैं।
स्पेशल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
इस सेंटर में मशीन लर्निंग, कॉग्निटिव सर्विसेज और बॉट सर्विसेज जैसी स्पेशल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अलग-अलग सेक्टर में चलाई जा रहे पायलट प्रोजेक्ट में किया जाएगा। इसके लिए सफल पायलट प्रोजेक्ट्स के लिए अलग- अलग ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। AI सेंटर में नागरिकों को प्रभावी, समय पर सेवाएं प्रदान करके, जमीनी स्तर पर नवाचार को बढ़ावा देने और विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति में तेजी लाकर सरकार और उद्योग दोनों को बेहतर समर्थन प्रदान करेगा।
AI टास्क फोर्स का गठन
राज्य सरकार द्वारा सोमनाथ में आयोजित विचार-मंथन शिविर में दी गई प्रेरणा के बाद सीएम पटेल ने इस AI टास्क फोर्स का गठन किया है। इससे AI का उपयोग सैचुरेशन अप्रोच हासिल करने और फैसले के काम में रफतार और पारदर्शिता लाने में फायदेमंद होगा। सुशासन के दायरे से सामाजिक चुनौतियों के समाधान के लिए होलिस्टिक अप्रोच के साथ AI को एक रणनीतिक तकनीक के रूप में उपयोग करने की प्रक्रिया है।
इस टास्क फोर्स के सदस्यों में ICT और ई-गवर्नेंस के निदेशक, IIT गांधीनगर के निदेशक और IIIT के निदेशक, भारत एआई मिशन के वरिष्ठ विशेषज्ञ और NIC, C-DAC, एनवीडिया और ISPRIT के वरिष्ठ विशेषज्ञ शामिल हैं।
एआई टास्क फोर्स के कामों की लिस्ट
रणनीतिक योजना: व्यापक AI शामिल है। इसके कार्यान्वयन के लिए रोडमैप और रणनीति तैयार करना।
एआई अंगीकरण: विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में AI के उपयोग की पहचान करना
नीति वकालत: भारत AI मिशन सहित राष्ट्रीय रूपरेखाओं और नीतियों का अनुपालन सुनिश्चित करना।
सहयोग: शिक्षाविद और उद्योग के नेता, स्टार्टअप और अंतर्राष्ट्रीय AI इको-सिस्टम प्रतिभागियों के साथ साझेदारी।
क्षमता निर्माण: गुजरात में AI साक्षरता बढ़ाना, संसाधन जुटाना और कौशल विकास करना।
डेटा सुरक्षा: डेटा सुरक्षा सहित AI गोद लेने से संबंधित सभी मामलों को कवर करना।
निगरानी और विकास: AI समाधानों के कार्यान्वयन की निगरानी करना, पाठ्यक्रम-सुधार के लिए सिफारिशें प्रदान करना, और नैतिक और प्रभावी AI को बढ़ावा देना। प्रथाओं को सुनिश्चित करना।
टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्चर: AI टेक्नोलॉजी से सुसज्जित बुनियादी ढांचे के विकास का समर्थन करना और डेटा सुरक्षा मामलों को ध्यान में रखना।
गुजरात की जरूरतों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया AI मॉडल प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करें। AI सहित प्रौद्योगिकी से सुसज्जित राज्य डेटा सेंटर बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विशेषज्ञ AI यह टास्क फोर्स सलाह देने जैसी अहम जिम्मेदारियां भी निभाएगी।