whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

डबल प्रोडक्शन, डबल मुनाफा...जानें गुजरात सरकार की यह सरकारी योजना किसानों के लिए कैसे फायदेमंद?

Solar Power Pumps: गुजरात में दूरदराज के क्षेत्रों में सौर पंपों का इस्तेमाल करके कृषि उत्पाद तैयार करने वाले किसानों की सबसे बड़ी संख्या नर्मदा जिले में है।
02:03 PM Feb 18, 2025 IST | Deepti Sharma
डबल प्रोडक्शन  डबल मुनाफा   जानें गुजरात सरकार की यह सरकारी योजना किसानों के लिए कैसे फायदेमंद
Solar Power Pumps

Solar Power Pumps: गुजरात राज्य में दूरदराज के क्षेत्रों में सौर पंपों का उपयोग करके कृषि उत्पाद तैयार करने वाले किसानों की सबसे बड़ी संख्या नर्मदा जिले में है। आदिवासी और पहाड़ी क्षेत्रों के दूरदराज के गांवों में सौर पैनल लगाकर किसान सिंचाई के माध्यम से एक साल में अपना उत्पादन दोगुना करने में सक्षम हुए हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि इस क्षेत्र में खेतों और सड़कों के किनारे तेंदुए आ जाते हैं। तेंदुए के डर से किसान रात में 8 घंटे तक खेती के लिए बाहर नहीं निकलते और सुबह के समय लाइट नहीं होती, जिससे खेती को नुकसान होता है।

Advertisement

डीजीवीसीएल की टीमें कर रही हैं जागरूक

वहीं अगर सुबह लाइट आती है तो अनियमित लाइट के कारण 8 घंटे में कितना पानी सप्लाई होना चाहिए? डीजीवीसीएल की टीमें जागरूकता फैला रही हैं और लोगों से इस सरकारी योजना को अपनाने के लिए कह रही हैं। इसीलिए किसानों में जागरूकता आई है। आज राज्य के अधिकांश किसान अपने सोलर पंप खुद चला सकते हैं और जब चाहें पानी ले सकते हैं, जिसकी कोई कीमत नहीं है।

नर्मदा जिले में 43 प्रतिशत वन क्षेत्र है। अभी भी लगभग 80 गांव छाया क्षेत्र में हैं, जहां कोई कनेक्टिविटी नहीं है। ऐसे दूरदराज के इलाकों में, जहां बिजली तो दूर, इंटरनेट सेवा भी नहीं है, किसान सिर्फ बारिश के भरोसे खेती करते थे। अब उन्होंने सरकार से मुफ्त सोलर पंप पाकर खेती शुरू कर दी है।

Advertisement

नर्मदा जिले में अनुमानित कुल 56,659 रजिस्टर्ड किसान हैं, जिनके द्वारा 97,888 हेक्टेयर में खरीफ फसल की खेती की जा रही है। रबी की खेती 14,641 हेक्टेयर में की जाती है और गर्मियों में 3,528 हेक्टेयर में रोपण किया जाता है।

Advertisement

इस प्रकार कुल 1,16,057 हेक्टेयर भूमि पर रोपण किया गया है। इसमें से 44,600 हेक्टेयर सिंचित भूमि परिसर में है, जबकि 71,457 हेक्टेयर भूमि असिंचित है। नर्मदा जिले में मुख्य रूप से केला, गन्ना, कपास, अरहर और सब्जियां उगाई जाती हैं। सौर पंपों की मांग सबसे अधिक उस जिले में है जहां असिंचित कृषि सर्वाधिक है।

ये भी पढ़ें- गुजरात के एसटी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर; आश्रित परिवार को अब मिलेगी इतनी आर्थिक मदद

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो