गुजरात में पीएम मोदी ने किया री-इन्वेस्ट समिट का उद्घाटन, निवेशकों को समझाई भारत की सोलर एनर्जी की स्ट्रेटेजी
Gujarat PM Modi Inaugurated Re-Invest Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों गुजरात दौरे पर हैं। आज पीएम मोदी के इस दौरे का दूसरा दिन है, आज उन्होंने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में ग्लोबल री-इन्वेस्ट रिन्यूएबल एनर्जी समिट का उद्घाटन किया। समिट का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने सोलर एनर्जी के महत्व के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि गुजरात को ग्रीन हाइड्रोजन हब बनाने के लिए राज्य में एनर्जी स्टोरेज के लिए 50 जगहें चुनी गई हैं। इसके जरिए भविष्य में भारत 31 हजार मेगावॉट पॉवर प्रोड्यूस करेगा। इसके साथ ही पीएम मोदी ने बताया कि गुजरात देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने सबसे पहले सोलर नीति बनाई। देश में जब सोलर एनर्जी की बात भी नहीं होती थी, उस वक्त गुजरात में सैकड़ों सोलर प्लांट लगाए जा चुके थे।
भारत ने समय से पहले पूरी की जी-20 की कस्टमर कमिटमेंट
रिन्यूएबल एनर्जी समिट में इस सेक्टर के विदेशी निवेशकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत से आप सभी को एक अच्छे रिटर्न की गारंटी है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जी-20 में भारत पहला देश है, जिसने 9 साल पहले पेरिस में तय की गई कस्टमर कमिटमेंट को समय पर पूरा किया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गुजरात ने रिन्यूएबल एनर्जी के प्रोडक्शन को 100 गीगावाट तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। इसके अलावा पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से जुड़ने वाले सभी परिवार जलवायु परिवर्तन से निपटने में बड़ा योगदान दे रहे हैं।
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भारत का रिन्यूएबल एनर्जी प्लान
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी को लेकर अपना टारगेट हासिल करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम सूर्य घर बिजली योजना की स्टडी की जानी चाहिए। इस योजना के जरिए भारत का हर घर पॉवर प्रोड्यूसर बनने जा रहा है। अब तक इस योजना के जरिए 3 लाख से अधिक घरों में सोलर स्थापना की जा चुकी है। इससे एक परिवार को अब 25 हजार रुपये की बचत होगी। इस योजना से 20 लाख नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना के जरिए होने वाली बचत से बेटियों का भविष्य भी सुरक्षित किया जा सकता है। बचत के पैसों को बेटी के जन्म पर पीएफ खाते में डालने से जब बेटी 20 साल की हो जाएगी, तो यह छोटी रकम 10-12 लाख रुपये बन जाएगी। इसकी मदद से बेटियां अपना भविष्य सवार सकती हैं।