सूरत में निकला अपराधियों का जुलूस, कभी इस गिरोह के नाम से कांपते थे लोग!
Surat Kidnapping Case: आगे-आगे डंडा लिए पुलिस और पीछे-पीछे लंगड़ाते गैंगस्टर। सूरत की सड़कों पर बुधवार को गजब नजारा देखने को मिला। जब पुलिस ने खतरनाक अपराधियों का सरेआम जुलूस निकाला, तो लोग हक्के-बक्के रह गए। जिस गिरोह का नाम सुनकर लोग कांप जाते थे, उस गिरोह के सदस्यों को दर्द से कराहते देख लोगों के दिलों को ठंडक मिली। आइए अब आपको बताते हैं कि सूरत पुलिस ने आरोपियों की 'सरेआम बेइज्जती' क्यों की और पूरा मामला क्या है?
एसओजी पुलिस ने किया भंडाफोड़
दरअसल, सूरत के रांदेर इलाके में एक युवक का अपहरण कर लिया गया था। उसके अपहरण में कालिया गिरोह का नाम सामने आया। जो काफी कुख्यात गिरोह है। इस अपहरण के एवज में गिरोह के सदस्यों ने 30 लाख रुपये की USDT (क्रिप्टोकरेंसी) की डिमांड की। सिटी एसओजी पुलिस ने इसका भंडाफोड़ किया और आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद अपराधियों का सड़क पर जुलूस निकाला गया।
कुख्यात गिरोह है कालिया
आपको बता दें कि कालिया गिरोह दिल्ली से लेकर गुजरात तक कुख्यात है। सितंबर में कालिया गिरोह के दो लुटेरे दिल्ली में गिरफ्तार किए गए थे। पुलिस ने इस मामले का भंडाफोड़ करते हुए बताया था कि वे चोरी के स्कूटर से वारदात को अंजाम देते थे।
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कांस्टेबल हो चुका है गिरफ्तार
गौरतलब है कि सूरत में नवंबर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में कार्यरत एक कांस्टेबल को अपहरण के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। उस पर अंकलेश्वर में पुलिस ने 8 साल के लड़के का अपहरण करने और उसकी हत्या करने का आरोप है। उसने अपने पड़ोसी के बेटे का अपहरण किया था और कर्ज चुकाने के लिए 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। उसे शेयर बाजार में 16 लाख रुपये का घाटा हुआ था। सूरत में क्रिप्टोकरेंसी और शेयर मार्केट के पैसे के लिए अपहरण की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है।
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