शिक्षा माफिया के अंत से रोजगार के जन्म तक; हरियाणा की जनता को केजरीवाल ने दीं ये 5 गारंटी
Arvind Kejriwal 5 Guarantee: हरियाणा में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं। आम आदमी पार्टी भी हरियाणा में इस बार पूरा दमखम दिखाने को तैयार है। इसके लिए पार्टी ने 5 गांरटी जारी की है। जिसे केजरीवाल की 5 गांरटी नाम दिया गया है। इस दौरान पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनिता केजरीवाल, सांसद संजय और पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे।
पहली गारंटी : मुफ्त और 24 घंटे बिजली
दिल्ली और पंजाब की तरह पुराने घरेलू सारे बकाया बिल माफ किए जाएंगे। पावर कट बंद होंगे, दिल्ली और पंजाब की तरह 24 घंटे बिजली का इंतजाम किया जाएगा।
दूसरी गारंटी : सबको अच्छा और फ्री इलाज
आम आदमी पार्टी की दूसरी गारंटी सबको अच्छा और फ्री इलाज है। दिल्ली और पंजाब की तरह हर गांव और शहरों के हर मोहल्ले में मोहल्ला क्लीनिक बनाए जाएंगे। सभी सरकारी अस्पतालों का कायाकल्प होगा और नए सरकारी हाॅस्पिटल बनाए जाएंगे। घोषणा पत्र के अनुसार हर हरियाणवी का इलाज फ्री होगा। चाहे बीमारी छोटी हो या बड़ी। इस दौरान सभी टेस्ट, दवाइयां और ऑपरेशन फ्री होगा। इससे लोगों के पैसे बचेंगे और महंगाई से भी राहत मिलेगी।
तीसरी गारंटी : अच्छी, बेहतरीन और फ्री शिक्षा
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी हरियाणा के लोगों को दिल्ली और पंजाब की तरह ही फ्री शिक्षा देंगे और शिक्षा माफिया का खात्मा करेंगे। घोषणा पत्र के अनुसार आम आदमी पार्टी की सरकार अगर हरियाणा में बनती है तो बच्चों को प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी स्कूलों में भर्ती करवाएंगे क्योंकि सरकारी स्कूलों का प्राइवेट स्कूलों की तरह ही कायाकल्प किया जाएगा। इसके साथ ही प्राइवेट स्कूलों को गुंडागर्दी और नाजायज फीस बढ़ाने से रोका जाएगा।
चौथी गारंटी : सभी माताओं-बहनों को हर महीने ₹1000
पंजाब और दिल्ली की तरह ही आम आदमी पार्टी हरियाणा में भी महिलाओं को हर महीने 1 हजार रुपये फ्री देगी। इस योजना को थोड़े दिन पहले ही दिल्ली में भी लागू किया गया है।
पांचवी गारंटी : हर युवा को रोजगार
आम आदमी पार्टी की सरकार हरियाणा के हर युवा को फ्री रोजगार देगी। घोषणा जारी करने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि पंजाब में मात्र 2 साल में 45 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरियां और 3 लाख से अधिक लोगों को प्राइवेट क्षेत्र में रोजगार दिया गया है। इसके अलावा दिल्ली में भी 2.5 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी और 12 लाख से ज्यादा लोगों को प्राइवेट रोजगार का इंतजाम किया गया है।