होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

Gurugram Lok Sabha Seat: राव बीरेंद्र और इंद्रजीत जीते 3-3 बार, अन्य किसी की नैया नहीं हुई दोबारा पार

Gurugram Lok Sabha Election: गुरुग्राम लोकसभा सीट काफी चर्चित रही है। खास बात है कि इस सीट पर राव बीरेन्द्र सिंह व इंद्रजीत सिंह को छोड़कर कोई भी कैंडिडेट दोबारा नहीं जीत सका है। ये दोनों ही नेता इस सीट से 3-3 बार जीत हासिल कर चुके हैं। लेकिन दूसरे नेताओं को मायूसी ही हाथ लगी। वे कभी फिर यहां से नहीं जीत पाए।
09:53 AM Apr 16, 2024 IST | News24 हिंदी
लोकसभा चुनाव 2024
Advertisement

Gurugram Lok Sabha Election 2024: गुरुग्राम लोकसभा सीट से फिलहाल राव इंद्रजीत सिंह भाजपा से मैदान में हैं। इससे पहले वे 3 बार यहां से जीतकर सांसद बन चुके हैं। वहीं, इसी सीट से स्व. राव बीरेंद्र सिंह को भी 3 बार जीत हासिल हुई थी। इन दोनों नेताओं के अलावा यहां से कोई भी उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर सका। सबसे भारी जीत का रिकॉर्ड भी राव बीरेंद्र के नाम पर है।

Advertisement

वहीं, गुरुग्राम विधानसभा की हिस्ट्री को देखें, तो आजादी के 19 साल बाद पंजाब से अलग होकर हरियाणा बना था। इसके बाद से यहां 15वीं बार इलेक्शन हो रहा है। 1967 में लोकसभा के लिए वोटिंग हुई थी। जिसमें यहां से आईएनडी के ए गनी जीतकर आए थे। तब हरियाणा में 9 लोकसभा सीटें होती थी। 1971 में बने महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में बाद में गुरुग्राम को शामिल किया गया था। पहले यह अलग सीट थी।

2009 में फिर गुरुग्राम को बनाया लोकसभा सीट

इसके बाद भिवानी को भी इसमें शामिल कर दिया गया था। इस सीट का नाम भी भिवानी महेंद्रगढ़ कर दिया गया था। 2009 के बाद फिर गुरुग्राम को लोकसभा सीट बना दिया गया। इसमें 9 विधानसभा सीटें शामिल की गई थीं। जिसमें गुरुग्राम, बादशाहपुर, पटौदी, रेवाड़ी, कोसली, बावल, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना और सोहना शामिल थे। 2014 में कोसली को अलग कर रोहतक लोकसभा में शामिल कर दिया गया था।

यह भी पढ़ें-Delhi में फिर रोड रेज; कैब ड्राइवर को तीन लोगों ने चाकू से गोदा, गोली मारकर उतारा मौत के घाट

यहां से राव बीरेंद्र सिंह ने पहली बार 50.71 प्रतिशत वोट, दूसरी बार 1984 में 60.68 और तीसरी बार 1989 में 47.83 प्रतिशत वोट पाकर लगातार 3 बार जीत का परचम लहराया था। इसके बाद राव इंद्रजीत ने 2009 में 36.83 प्रतिशत वोट लेकर जीत हासिल की थी। दूसरी बार 2014 में 48.82 और तीसरी बार 2019 में 60.94 वोट लेकर यहां से लगातार जीत हासिल की।

Advertisement

Open in App
Advertisement
Tags :
Gurugram
Advertisement
Advertisement