भिवानी में कांग्रेस ने बीजेपी को दिया वॉकओवर? भारी ना पड़ जाए पार्टी को गठबंधन, AAP की बल्ले-बल्ले
संजीव त्रिवेदी की स्पेशल रिपोर्ट
Haryana Assembly Election 2024: ये अटपटा सा कॉम्बिनेशन, इस बार हरियाणा चुनाव में दिखा है, जब कांग्रेस ने अपने इंडिया गठबंधन के सहयोगी सीपीएम के लिए भिवानी की सीट छोड़ने का फैसला किया। भिवानी का नाम कभी वाम आंदोलन से जुड़ा हो, ऐसी कोई बात नहीं और न इस शहर से कोई विख्यात वामपंथी चेहरा जुड़ा हो, ऐसी बात है। ऐसे में सवाल है कि आखिर यहाँ कौन वामपंथी हैं, जिनके लिए भिवानी की सीट कांग्रेस ने छोड़ दी। ये सवाल सबके जेहन में है।
कौन हैं भिवानी से 'इंडिया' के उम्मीदवार
इस सवाल के जवाब के लिए न्यूज24 भिवानी पहुंचा। कॉमरेड ओमप्रकाश, बड़ी सहजता से मिले। कॉमरेड येचुरी के चले जाने का गम हमसे साझा किया और फिर तुरंत इंटरव्यू के लिए तैयार हो गए। ओमप्रकाश पहले बैंक में बड़े अफसर थे। 5 साल नौकरी में रहते हुए उन्होंने स्वेच्छा से रिटायरमेंट ले लिया और लग गए जनसेवा में। ओमप्रकाश का काम, निरक्षरों के लिए आवेदन लिखना। कोर्ट कचहरी की पेचीदा समस्याओं में आम लोगों का साथ देना और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज के लिए लोगों की मदद करना। ये कॉमरेड ओमप्रकाश की पहचान है।
कॉमरेड ओमप्रकाश को इस तरह के कामों में अपनी जेब से भी खर्च करना पड़ता है। उन्होंने नियम बना रखा है। शहर में हर जगह पैदल आते जाते हैं और कोई अधिकारी लोगों के काम न करे तो समर्थकों को बुला कर उसके दफ्तर के बाहर धरना देते हैं। गांव-गांव जाकर सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचे, इसमें भी सामान्य लोगों की मदद करते हैं।
बीजेपी को वॉकओवर?
बीजेपी को लगता है कि कांग्रेस ने भिवानी सीट पर एक कॉमरेड का समर्थन करके बीजेपी को वॉकओवर दे दिया है। तीन बार से लगातार भिवानी सीट जीत रहे बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम श्रॉफ कहते हैं, कॉमरेड ओमप्रकाश को तो शहर के चंद लोगों को छोड़ कोई जानता ही नहीं है। उस पर से सीपीएम का भिवानी में कभी कोई जनाधार रहा ही नहीं। लिहाजा लगातार चौथी बार बीजेपी की जीत का दावा करते हुए बीजेपी प्रत्याशी कहते हैं कि अब उनका मुक़ाबला सीपीएम-कांग्रेस उम्मीदवार से नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से है।
भिवानी में AAP का भी जलवा
आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की 90 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। भिवानी से इंदु शर्मा AAP की उम्मीदवार हैं। इंदु शर्मा के ससुर पुराने कांग्रेसी रहे हैं और आम आदमी पार्टी को लगता है कि भिवानी में कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार नहीं दिए जाने से कट्टर कांग्रेसियों के वोट उन्हें मिलेंगे।
हरियाणा का हालु बाजार चुनावी सट्टे के लिए काफी लोकप्रिय है। यहां लोगों ने बताया कि उन्हें कांग्रेस का दांव समझ नहीं आया है कि आखिर पार्टी ने भिवानी की सीट क्यों छोड़ दी। हरियाणा में कांग्रेस की जमीन को मजबूत करने वाले बंसीलाल का ताल्लुक भिवानी से रहा है।
हालु बाजार में बहुत सारे लोगों को लगता है कि भिवानी में बीजेपी की राह आसान हो गई है, जबकि बहुत सारे लोगों का मानना है कि भिवानी में सीपीएम को सीट देकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को मौका दे दिया है। हालांकि हालु बाजार में ही किसी ने कहा कि कॉमरेड ओमप्रकाश भी जीत सकते हैं!