सुनील सांगवान कौन? 'दंगल गर्ल' बबीता फौगाट की जगह मिला टिकट, इनके जेलर रहते राम रहीम को 6 बार मिली पैरोल
Haryana Assembly Elections: हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है। 8 अक्टूबर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। बीजेपी ने अपनी पहली सूची में 67 प्रत्याशियों का ऐलान किया है। चरखी दादरी से जेलर की नौकरी छोड़ने वाले सुनील सांगवान पर दांव लगाया गया है। 'दंगल गर्ल' के नाम से मशहूर बबीता फोगाट ने यहां से चुनाव लड़ा था। लेकिन वे हार गई थीं। सुनील सांगवान ने जेलर की नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति में एंट्री ली है। कई साल तक उन्होंने पुलिस अधिकारी के तौर पर अपनी सेवाएं विभाग की दीं। राजनीति के लिए इन्होंने समय से पहले रिटायरमेंट लेने का प्लान बनाया था। अब बीजेपी की ओर से इनको इनाम के तौर पर चरखी दादरी सीट से मैदान में उतारा है। देखने वाली बात होगी कि वे जीत हासिल कर पाएंगे या नहीं। इनके जेलर रहते डेरा सच्चा सौदा प्रमुश गुरमीत राम रहीम को 6 बार पैरोल मिली थी।
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BBC की रिपोर्ट के अनुसार सबसे पहले दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे गुरमीत को 24 अक्टूबर 2020 को पैरोल दी गई थी। 21 मई 2021 को दूसरी बार एक दिन के लिए पैरोल दी गई। इसके बाद पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले 7 से 28 फरवरी 2022 को गुरमीत राम रहीम को तीसरी बार जेल से पैरोल पर छोड़ा गया। हरियाणा में नगर निगम चुनाव के दौरान 30 दिन के लिए गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिली। ये बात 17 जून से 16 जुलाई के बीच की है।
5वीं बार गुरमीत राम रहीम को आदमपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले 2022 में पैरोल मिली। 15 अक्टूबर से 25 नवंबर तक 40 दिन तक जेल से गुरमीत बाहर रहा। बताया ये भी जा रहा है कि इस साल जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन हुआ था। तब भी 21 जनवरी से 3 मार्च के बीच उसकी पैरोल मंजूर की गई थी। यानी जितनी भी बार उसे पैरोल मिली, जेल के जेलर सुनील सांगवान ही थे। जिस समय सुनील सांगवान ने VRS ली, तब वे भौंडसी जेल अधीक्षक के तौर पर तैनात थे। वे हरियाणा के पूर्व मंत्री रहे सतपाल सांगवान के बेटे हैं। जो दो बार दादरी से जीत चुके हैं।
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