मजबूरी या बगावत का डर...बड़े चेहरों पर फोकस, भाजपा की पहली लिस्ट की चौंकाने वाली बातें

Haryana Assembly Elections 2024: बीजेपी ने हरियाणा चुनाव के लिए पहली सूची में 67 प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। पहली लिस्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। मंत्री रहते हार चुके नेताओं पर भी दांव खेला गया है। मजबूरी या बगावत का डर, इसके पीछे असल वजह सामने आई है। इसके बारे में जानते हैं।

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Haryana Assembly Elections: बीजेपी की 2014 में हरियाणा में पहली बार अकेले सरकार बनी थी। तब बादली से ओमप्रकाश धनखड़ और नारनौंद से कैप्टन अभिमन्यु जीते थे। दोनों को मंत्री बनाया गया। दोनों नेता बड़ा जाट चेहरा माने जाते हैं। 2019 में दोनों हार गए। दोनों को अब फिर टिकट दिया गया है। जबकि मंत्री रहते हारे रामबिलास शर्मा का टिकट अभी होल्ड रखा गया है। उनके बेटे गौतम के भी चुनाव लड़ने की चर्चा थी। लेकिन अभी पार्टी ने पत्ते नहीं खोले हैं।

बनवारी लाल अभी वेटिंग में

2019 में राव नरबीर का टिकट बादशाहपुर से राव इंद्रजीत ने कटवा दिया था। मंत्री होने के बाद भी वे टिकट पाने में नाकाम रहे थे। भाजपा ने अब उनको फिर यहीं से टिकट दिया है। सोहना से राज्यमंत्री संजय सिंह को टिकट मिला है। वहीं, सैनी सरकार के दो राज्यमंत्रियों बड़खल से सीमा त्रिखा और बावल (SC) से बनवारी लाल अभी वेटिंग में हैं।

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पलवल सीट से बीजेपी ने अमित शाह के करीबी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव गौरव गौतम को टिकट दिया है। उनका सीधा मुकाबला कद्दावर नेता करण सिंह दलाल से माना जा रहा है। मनोहर लाल के करीबी रहे मनीष ग्रोवर का टिकट भी होल्ड रखा गया है। कुछ दिन पहले वे रोहतक के एसपी हिमांशु गर्ग को खुली धमकी देकर चर्चा में आए थे। वकीलों से भी उनका विवाद हो चुका है। JJP से बागी देवेंद्र बबली को बीजेपी ने टोहाना, हरियाणा के पूर्व मंत्री अनूप धानक को उकलाना और सफीदों सीट से नारनौंद के मौजूदा विधायक रामकुमार गौतम को टिकट दिया गया है। विपुल गोयल को फरीदाबाद से टिकट मिला है।

पूर्व सीएम मनोहर लाल का रखा ध्यान

माना जा रहा है कि इन सभी के लिए पूर्व सीएम मनोहर लाल ने लॉबिंग की थी। जो सफल रही। सोहना से तेजपाल तंवर, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा को टिकट दिलाने में भी मनोहर की भूमिका मानी जा रही है। राव इंद्रजीत ने बावल और पटौदी सीट से अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगा था। लेकिन दोनों सीटों को होल्ड रखा गया है। कुलदीप के चचेरे भाई दूड़ाराम को फतेहाबाद, बरवाला से रणबीर गंगवा, आदमपुर से भव्य बिश्नोई और समालखा से पूर्व मंत्री करतार भड़ाना के बेटे मनमोहन को टिकट मिला है।

टिकट वितरण में जातीय समीकरणों का भी ध्यान रखा गया है। 13 सीटें एससी, 15 ओबीसी और 13 जाट उम्मीदवारों को दी गई हैं। 23 सीटें फिलहाल होल्ड हैं। 24 सीटें ब्राह्मण, पंजाबी और वैश्य समुदाय को दी गई हैं।

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