Prayagraj Mahakumbh Stampede: ‘लोग हमें 40 मिनट तक रौंदते रहे…’ जिंदा लौटे युवक की आपबीती
Maha Kumbh Stampede 2025 Tragedy: प्रयागराज के महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई। जबकि 60 लोग घायल हो गए। मामले में न्यायिक जांच आयोग ने भगदड़ को लेकर जांच शुरू कर दी है। वहीं मृतकों के परिजनों को यूपी सरकार ने 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इस भगदड़ में हरियाणा की दो महिलाओं समेत 3 लोगों की मौत हो गई।
मृतकों की पहचान जींद के राजपुरा भैन निवासी 60 साल के रामपति देवी, रोहतक के सांपला निवासी 75 वर्षीय कृष्णा देवी और फरीदाबाद निवासी 34 साल के अमित कुमार के तौर पर हुई है।
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भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए
भगदड़ में मारे गए रामपति देवी के पोते नरेंद्र कुमार ने बताया कि वे अपनी दादी और गांव के अन्य लोगों के साथ पवित्र स्नान के लिए महाकुंभ में स्नान करने गए थे। 28 जनवरी की दोपहर को हम सभी स्नान करने के लिए संगम के पास पहुंचे। हालांकि भारी भीड़ को देखते हुए हमने स्नान नहीं करने का फैसला लिया। तभी भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए, जिससे भगदड़ मच गई। हम जमीन पर गिर गए और करीब 40 मिनट तक लोग हमारे ऊपर से गुजरते रहे। फिर एक एंबुलेंस आई और हमें पास के हाॅस्पिटल ले जाया गया।
हाॅस्पिटल में डाॅक्टरों ने मेरी दादी को मृत घोषित कर दिया। उनका अंतिम संस्कार जींद में हमारे पैतृक गांव में किया जाएगा। बता दें कि कृष्णा देवी अपने परिवार के साथ प्रयागराज गई थीं। भगदड़ के दौरान उनकी मौत हो गई, जबकि परिवार के अन्य लोग सुरक्षित बच गए।
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