कैलाशो सैनी कौन? महाभारत की धरती से दो बार बनीं सांसद, अब भाजपा छोड़कर थामा कांग्रेस का दामन
Kailasho Devi Saini: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी जीत की हैट्रिक मारने में एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। तो वहीं हरियाणा की बाजी बीजेपी के हाथ से फिसलती दिखाई दे रही है। हरियाणा में पार्टी को एक के बाद एक नए झटके मिल रहे हैं। तीन निर्दलीय विधायकों के बाद पार्टी की अहम सदस्य रहीं कैलाशो सैनी ने भी पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
कुरुक्षेत्र से पहली महिला सांसद
महाभारत के युद्ध की धरती कहे जाने वाले कुरुक्षेत्र में हमेशा पुरुषों का राज रहा है। कुरुक्षेत्र के आम चुनाव में पुरुषों का दबदबा इस कदर मौजूद था कि कभी किसी पार्टी ने महिला को टिकट नहीं दिया। मगर ये रिकॉर्ड 1999 के आम चुनाव में टूटा, जब भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (INLD) ने कैलाशो सैनी को अपना उम्मीदवार चुना। कैलाशो सैनी ने कुरुक्षेत्र में जीत का परचम लहराया और इसी के साथ वो यहां की पहली महिला सांसद बनीं। 1999 के आम चुनाव में कैलाशो सैनी ने फिर से कुरुक्षेत्र में जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया।
कौन हैं कैलाशो सैनी
कैलाशो देवी सैनी का जन्म 4 अप्रैल 1962 को कुरुक्षेत्र के प्रतापगढ़ में हुआ था। उन्होंने फिजिकल एजुकेशन और इतिहास में मास्टर्स की डिग्री हासिल की। पेशे से राजनेता और समाजसेविका रही कैलाशो देवी ने कुरुक्षेत्र के यमुनानगर और कैथल में कई विकास कार्य किए हैं। कैलाशो देवी के पति का नाम ओम नाथ है और दोनों की एक बेटी भी है।
दूसरी बार बनीं कांग्रेस का हिस्सा
हरियाणा की INLD पार्टी से दो बार सासंद बनने वाली कैलाशो देवी 2009 में कांग्रेस में शामिल हो गईं। बाद में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया और अब फिर से कैलाशो देवी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आ गई हैं। ऐसे में कैलाशो देवी का जाना भाजपा के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव 2024
बता दें कि हरियाणा की कुरुक्षेत्र सीट पर छठवें चरण में मतदान होगा। इस सीट पर पिछले 10 साल से बीजेपी का कब्जा रहा है। इस बार पार्टी ने नवीन जिंदल को कुरुक्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया है तो इंडिया महागठबंधन के तहत आप उम्मीदवार सुशील गुप्ता ने यहां से नामांकन भरा है। 25 मई को इस सीट पर मतदान होने वाले हैं।