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Breaking News: जापान में डोली धरती, 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके हुए महसूस

03:01 PM Nov 14, 2022 IST | Gyanendra Sharma
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नई दिल्ली: जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। सोमवार को दोपहर में ये भूकंप आया है, जिसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। जापान में यह भूकंप टोबा से 84 किमी दक्षिण दक्षिणपूर्व दिशा में आया है। हालांकि इसमें अब तक किसी भी जानमाल की हानि की खबर नहीं है।

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जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा, भूकंप का केंद्र मध्य माई प्रीफेक्चर से करीब 350 किलोमीटर (217 मील) की गहराई में था।

शनिवार शाम को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से लगभग 101 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में नेपाल में 5.4 तीव्रता के भूकंप आए। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र ने कहा कि भूकंप का केंद्र काठमांडू से 460 किलोमीटर पश्चिम में बजांग का पतादेबल था।

जानें, क्यों आता है भूकंप
सरंचना के मुताबिक, पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। प्लेटों के नीचे तरल पदार्थ है जिस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती है। कई बार ये प्लेट्स आपस में टकराती और ज्यादा दबाव पड़ने से ये प्लेट्स टूटने भी लगती है। ऐसे में नीचे उत्पन्न हुई उर्जा बाहर निकलने का रास्‍ता खोजती है और जब इससे डिस्‍टर्बेंस बनता है तो भूकंप आता है।

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कितनी तीव्रता वाला भूकंप कितना खतरनाक

0 से 1.9- सिर्फ सिस्मोग्राफी से पता चलेगा।
2 से 2.9- हल्के झटके लगते हैं।
3 से 3.9- कोई तेज रफ्तार गाड़ी आपके बगल से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।
4 से 4.9- खिड़कियां हिलने लगती है। दीवारों पर टंगे सामान गिर जाते हैं।
5 से 5.9- घरों के अंदर रखे सामान जैसे फर्नीचर आदि हिलने लगते हैं।
6 से 6.9- कच्चे मकान और घर गिर जाते हैं। घरों में दरारें पड़ जाती है।
7 से 7.9- बिल्डिंग और मकानों को नुकसान होता है। गुजरात के भुज में 2001 और नेपाल में 2015 में इतनी तीव्रता का भूकंप आया था।
8 से 8.9- बड़ी इमारतें और पुल धाराशायी हो जाते हैं।
9 और उससे ज्यादा- सबसे ज्यादा तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे भी धरती हिलती हुई दिखेगी। जापान में 2011 में सुनामी के दौरान रिक्टर स्केल पर तीव्रता 9.1 मापी गई थी।

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