Manthan 2024: दंगाइयों के प्रदेश से UP आस्था और टूरिज्म का केंद्र कैसे बना? जानिए क्या कहते पर्यटन मंत्री
Manthan News24 Interaction With Tourism Minister Jaiveer Singh: न्यूज24 के 'मंथन' कार्यक्रम में 'आस्था की अर्थव्यवस्था' पर संवाद करते हुए उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कैसे उत्तर प्रदेश दंगाइयों-बीमारू प्रदेश से आस्था और टूरिज्म का केंद्र बना? उन्होंने बताया कि धार्मिक टूरिज्म पर उत्तर प्रदेश ने सबसे पहले काम किया।
राम मंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की पूरी दुनिया में चर्चा हुई। योगी सरकार का विचार था कि आस्था को अर्थव्यवस्था और रोजगार से जोड़ सकते हैं, लेकिन कैसे इस पर न्यूज24 के मंच पर खुलकर बोलने का मौका मिला है तो पूरा देश और दुनिया जान ले कि योगी सरकार ने UP को धार्मिक पर्यटनस्थली बनाने के लिए क्या-क्या किया?
योगी राज में प्रदेश में कानून व्यवस्था स्थापित हुई
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश के टूरिज्म की स्थिति काफी दयनीय थी। किसी भी टूरिज्म को बढ़ाने के लिए संबंधित प्रदेश और देश में लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था होना अनिवार्य है। कानून व्यवस्था अच्छी नहीं होगी तो टूरिज्म को बढ़ाना, टूरिस्टों को आकर्षित करना बहुत मुश्किल होगा। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य था। दंगाइयों के राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश की पहचान थी।
लोगों की धारणा थी कि उत्तर प्रदेश अपराध और अपराधियों का प्रदेश है, इसलिए लोग राज्य में आने से डरते थे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में प्रदेश में कानून राज स्थापित हुआ। प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयां छूने की ओर अग्रसर हुआ। दंगा मुक्त उत्तर प्रदेश बना। बुलडोजर वाले बाबा का उत्तर प्रदेश कहलाया। इससे उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों की धारणा बदली। इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश में टूरिज्म बढ़ा। देश-विदेश के लोगों ने यहां निवेश करने का प्लान बनाया।
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धार्मिक विकास की योजनाएं बनाकर धरातल पर उतारीं
मंत्री जयवीर ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है। भगवान शिव की नगरी काशी है। भागवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि द्वारका है। जहां चित्रकूट धाम है। ऋषियों, मुनियों की तपोभूमि है। गोरखनाथ जी की तपोस्थली है। धार्मिक रूप से फलीभूत उत्तर प्रदेश की भूमि है। इन सभी के साथ उत्तर प्रदेश हमेशा से ही धार्मिक टूरिज्म का केंद्र रहा है, बस योजनानुसार धार्मिक टूरिज्म को विकसित करने की जरूरत थी।
इसके लिए योजनाओं को धरातल पर उतारने की जरूरत थी। इसके लिए योगी सरकार ने प्रयास किए। धार्मिक स्थलों के समुचित विकास और पर्यटन की योजनाएं बनाई। रेल कनेक्टिविटी, रोड कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी और वाटर कनेक्टिविटी को धरातल पर उतारने का काम किया। इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करके बेहतरीन सुविधाएं देने का काम किया।
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राम मंदिर के कारण UP में निवेश के अवसर बढ़े
मंत्री जयवीर ने बताया कि जहां साल 2017 में सिर्फ 16 करोड़ पर्यटकों की उत्तर प्रदेश में आवक थी। आज 2023 में 48 करोड़ पर्यटकों का आना हुआ। जब एक पर्यटक आता है तो 6 लोगों को रोजी रोटी और रोजगार के अवसर मिलते हैं। अयोध्या में लाखों लोग प्रतिदिन राम मंदिर दर्शन करने आ रहे हैं। करीब 2 लाख लोग आ रहे हैं। करोड़ों का दान लोगा रामलला को चढ़ा रहे हैं।
पर्यटकों के आने से अयोध्या में फूल बेचने वाले से लेकर होटल कारोबारियों तक का कारोबार फूला। राम मंदिर बनते ही देश-विदेश के बिजनेसमैन अयोध्या में निवेश करने को आतुर हुए हैं। देश के कई कारोबारियों ने अपने प्रोजेक्टों का ऐलान कर दिया है। जमीन खरीदने के लिए लाइनों में लगे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राम मंदिर बनने से उत्तर प्रदेश ने टूरिज्म ने कितनी ग्रोथ की है।
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