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फॉग नहीं स्मॉग है ये... घर के अंदर के पॉल्यूशन को दूर करने के 5 सोल्यूशन

Air Pollution: प्रदूषण न सिर्फ घर के बाहर बल्कि घर के अंदर भी फैला हुआ है। लोग जिसे ठंड का कोहरा समझ रहे हैं, वह असल में प्रदूषण है। आइए घर के अंदर के पॉल्यूशन से बचने के तरीकों को आजमाएं।
08:56 AM Nov 20, 2024 IST | Namrata Mohanty
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Air Pollution: फॉग और स्मॉग दोनों अलग-अलग होते हैं। इन दिनों देश में स्मॉग एक गंभीर समस्या बन चुका है। स्मॉग मिश्रित हवा में घुले पॉल्यूटेंट्स का समूह है, जिसमें धुंआ, धूल, और रासायनिक तत्व होते हैं। यह आमतौर पर वाहनों के धुएं, फैक्ट्री वेस्ट और आग जलाने से होता है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक हो सकता है। हालांकि, स्मॉग बाहरी प्रदूषण है लेकिन घर के अंदर भी प्रकोप रहता है। इन आसान तरीकों से घर के अंदर के प्रदूषण को कम किया जा सकता है और हवा को साफ किया जा सकता है।

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घर के अंदर के प्रदूषण को साफ करने के 5 आसान तरीके

1. घर में झाड़ू लगाने से बचें- झाड़ू प्रदूषण के स्तर को बढ़ा सकता है। इसलिए कोशिश करें कि इन दिनों आप पोछा लगाएं, क्योंकि इससे धूल नहीं उड़ेगी।

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2. खिड़की-दरवाजे बंद रखें- बाहर की हवा जहरीली है। ऐसे में अंदरुनी हवा को साफ रखना भी जरूरी हो जाता है, इससे बचने के लिए आपको अपने घर के खिड़की-दरवाजों को बंद रखने की जरूरत है ताकि बाहर के प्रदूषक कण घर के अंदर न आ सकें।

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3. इंडोर प्लांट लगाएं- ये पौधे घर की हवा को फिल्टर करने में मदद करते हैं। इन पौधों की मदद से घर का वातावरण शुद्ध रहता है।

4. नीम के पत्तों का धूआं- नीम के कड़वे पत्ते हवा को रोगमुक्त और बैक्टीरिया-फ्री बनाते हैं। इन पत्तों में कपूर और लौंग मिलाकर पूरे घर में धूआं देंगे, तो घर के अंदर की हवा शुद्ध होगी।

फोटो क्रेडिट-Meta AI

5. अस्थमा के मरीज रखें ज्यादा ख्याल- प्रदूषित हवा सबसे ज्यादा नुकसान सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को ज्यादा प्रभावित करती है। इसलिए, ये लोग खासतौर पर अस्थमा के मरीज हमेशा अपने साथ इनहेलर रखें। ये लोग टॉयलेट में भी इनहेलर साथ लेकर जाएं, क्योंकि परिस्थिति कभी भी गंभीर हो सकती है।

क्या न करें?

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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