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सावधान! प्रदूषण से हो सकता है निमोनिया, 5 शुरुआती संकेतों से समझें

Air Pollution: प्रदूषण का स्तर इतना खतरनाक है कि इसके अधिक संपर्क में रहने से निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। आइए जानते हैं पॉल्यूशन से होने वाले निमोनिया के शुरुआती संकेत और बचाव के उपाय।
09:36 AM Nov 24, 2024 IST | Namrata Mohanty
फोटो क्रेडिट- meta ai
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Air Pollution: दिल्ली और उससे सटे इलाकों में वायु प्रदूषण काफी बढ़ा हुआ है। पॉल्यूशन में पीएम2.5 के कण मौजूद हैं, जो हमारी सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। इससे सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, निमोनिया भी फेफड़ों से संबंधित एक बीमारी है जो इन दिनों काफी बढ़ रही है। प्रदूषण, खासकर हवा में बढ़ते प्रदूषक तत्व जैसे धूल, धुआं और केमिकल युक्त गैस, निमोनिया जैसी समस्याओं का कारण बनते हैं। पॉल्यूशन से होने वाले निमोनिया के शुरुआती संकेतों को पहचानना जरूरी है और यह काफी आसान भी है।

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प्रदूषण से होने वाले निमोनिया के 5 शुरुआती संकेत

1. सांस लेने में समस्या

प्रदूषण के कारण रेस्पिरेटरी ऑर्गन में सूजन हो सकती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई आ सकती है। अगर आपको ऐसा लगातार 3 से 5 दिनों तक महसूस हो, तो यह प्रदूषण से निमोनिया का संकेत हो सकता है। इसके साथ-साथ पेट दर्द या उल्टी होना भी संकेतों में शामिल है।

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2. गला खराश होना

अगर गले में खराश हो रही है और खांसी बढ़ रही है, जो अक्सर सूखी होती है, तो यह भी निमोनिया का संकेत होता है। मगर खांसी में बलगम आना इस बात का संकेत है कि फेफड़ों में किसी प्रकार का इंफेक्शन हो रहा है। गले में दर्द, खराश और नाक बहना प्रदूषण से होने वाले निमोनिया का संकेत होता है।

3. बुखार आना

हालांकि, बुखार आना सिर्फ निमोनिया का संकेत नहीं होता है। अन्य संकेतों के साथ अगर बुखार 101 डिग्री तक पहुंच रहा है, तो यह इशारा है कि आपको सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि ऐसा निमोनिया के कारण भी हो सकता है। शरीर में थकान होना भी निमोनिया का संकेत है।

4. चेस्ट पेन

निमोनिया के संकेतों में छाती में दर्द होना भी शामिल है। सीने में दर्द, खांसी के साथ-साथ बेचैनी होना निमोनिया का शुरुआती संकेत है। यह सभी चीजें प्रदूषण के संपर्क में रहने से होती हैं।

फोटो क्रेडिट- meta ai

5. ठंडे पसीना आना

प्रदूषण के कारण होने वाले इन्फेक्शन में बुखार के साथ-साथ बॉडी में ठंडक लगना और पसीना आना एक सामान्य संकेत है, जो निमोनिया के शुरुआती संकेतों में से एक हो सकता है।

अगर आपको भी इनमें से कोई संकेत 1 हफ्ते से अधिक महसूस हो रहा है, तो इसे इग्नोर करने की भूल न करें। अगर समय रहते निमोनिया की जांच न की जाए, तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं।

निमोनिया से बचाव के उपाय

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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