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चिकनगुनिया से लेकर मच्छरों की हर बीमारी का इस दवा से हो सकता है इलाज, नई स्टडी में खुलासा

चिकनगुनिया एक वायरल डिजीज है, जो मच्छरों से होती है। इस बीमारी के मामले भारत में हर साल बढ़ जाते हैं क्योंकि इसके इलाज और बचाव के लिए अब तक कोई एंटीवायरल उपचार की खोज नहीं हुई है।
09:41 AM Mar 17, 2025 IST | Namrata Mohanty
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Chikungunya virus
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New Study On Mosquito Borne Disease: मच्छर और उनसे होने वाली बीमारियां भारत में हमेशा ही एक्टिव हेल्थ इमरजेंसी के रूप में उजागर रहती हैं। चिकनगुनिया भी इन बीमारियों में से एक है, जो मच्छरों से होती है। मच्छरों वाली यह बीमारी घर और आस-पास साफ-सफाई न रखने से होती है। मच्छरों वाली बीमारियों से बचाव के लिए IIT रुड़की में एक अध्ययन हुआ, जिसमें एक ड्रग का पता चला है, जो इन बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। आइए जानते हैं इस रिसर्च के बारे में सबकुछ।

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नई स्टडी में हुआ खुलासा

IIT Roorkee की एक टीम ने एक नई दवा का इजात किया है। दरअसल, यह एक एंटीवायरल ड्रग है, जो कि नया नहीं है बल्कि पहले से ही HIV संक्रमण वाले रोगियों के इम्यून सिस्टम को सुधारने के लिए दी जा रही है। इसका नाम एफेविरेंज है, जो चिकनगुनिया का इलाज कर सकती है। उन्होंने अपने मॉड्यूल में चूहों पर इसका परीक्षण किया था। अध्ययन करते समय संक्रमित चूहों पर टेस्टिंग के बाद चिकनगुनिया के लक्षणों में कमी भी देखी गई थी।

ICMR ने भी दी मंजूरी

IIT रुड़की की इस नई स्टडी में कई सकारात्मक रिजल्ट सामने आए है, जिसके बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने भी स्टडी का सपोर्ट किया है और चिकनगुनिया के इलाज के लिए कारगर माना है। हालांकि, इस जांच के बाद भी स्टडी के प्रमुख डॉक्टर संकेत नेहुल बताते हैं कि इस स्टडी पर कई अन्य जांचों को करने की जरूरत है ताकि इस ड्रग की क्षमता का आंकलन किया जा सके। उसके बाद ही इंसानों पर ही इसका प्रयोग किया जाएगा। स्टडी की अन्य एक्सपर्ट शैली तोमर बताती हैं कि संभवत: यह एंटीवायरल ड्रग चिकनगुनिया के इलाज में सक्षम हो सकता है क्योंकि यह ड्रग सिंडबिस वायरस के प्रभाव को भी कम कर सकता है।

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Chikungunya से बचाव क्यों जरूरी?

चिकनगुनिया मस्किटो वायरल डिजीज है, जो एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों की प्रजाति से होती है। ये दोनों प्रजाति भारत में मिलने वाले मच्छरों की आम प्रजाति हैं। इन मच्छरों के काटने से चिकनगुनिया होता है। भारत में आज भी यह बीमारी हेल्थ इमरजेंसी के रूप में सक्रिय रहती है। हर साल भारत के राज्यों में इस बीमारी के मरीजों का आंकड़ा दर्ज किया जाता है, जिसमें यह आंकड़े बढ़े हुए ही रहते हैं।

Image Credit: Freepik

Chikungunya से बचाव के टिप्स

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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