लटका हुआ पेट समेत ये 5 संकेत हैं डायबिटीज का इशारा! जानें बचाव के उपाय
Diabetes Symptoms: डायबिटीज भारत के लोगों के लिए एक गंभीर बीमारी बन गई है। इंडिया डायबिटिक कैपिटल के नाम से दुनियाभर में मशहूर है। यह बीमारी उन लोगों को ही प्रभावित करती है, जिनकी दिनचर्या खराब होती है। गलत खान-पान और डेली रूटीन की आदतों से ही इसके होने की संभावनाएं बढ़ती हैं। इसके अलावा, मानसिक तनाव के कारण भी डायबिटीज हो सकता है। यह बीमारी शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करती है जैसे आंखों में अंधापन, किडनी डिजीज या लिवर डिजीज होना। यह रोग शरीर में पूरी तरह से फैलने से पहले कुछ संकेत देता है, जिन्हें समय से समझ लिया जाए, तो टाइप-2 डायबिटीज स्टेज तक पहुंचने से बचा जा सकता है।
इन संकेतों से पहचानें डायबिटीज
1. प्यास लगना
अत्यधिक प्यास लगना भी डायबिटीज का एक आसानी से समझा जाने वाला शुरुआती संकेत है। यह इसलिए होता है क्योंकि पेशाब आने की समस्या बढ़ जाती है।
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2. बार-बार पेशाब आना
खून में शुगर की मात्रा बढ़ने से किडनी पर दबाव पड़ता है, जिससे हमारी बॉडी पानी को ज्यादा मात्रा में शरीर से बाहर निकालने की कोशिश करती है। इस कारण बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है, खासकर रात के समय में ऐसा ज्यादा होता है।
3. थकान और कमजोरी
हमारी बॉडी को एनर्जी के लिए ग्लूकोज की आवश्यकता होती है, शुगर बढ़ने से इसका स्तर कम हो जाता है, जिससे आप थका हुआ और कमजोर महसूस कर सकते हैं।
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4. धुंधला दिखाई देना
जब शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है, तो इसकी वृद्धि से आंखों के रेटिना पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे आंखों में धुंधलापन या दोहरी दृष्टि की समस्याएं हो सकती हैं।
5. मोटापा
डायबिटीज में अक्सर लोगों का निचले हिस्से का पेट ज्यादा बढ़ने या लटकने लगता है। ऐसा तब होता है, जब शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है, जिससे स्किन सेल्स में ग्लूकोज की मात्रा घटने लगती है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
कैसे बढ़ती है शुगर?
इंस्टाग्राम पेज अवंत रेमेडीज के अनुसार, शुगर बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे स्टार्च युक्त चीजों का सेवन करना। आलू, चावल, ब्रेड या गेहूं का ज्यादा सेवन करना। इसके साथ-साथ स्मोकिंग करना, शराब का सेवन करना और मोटापा भी इसके कारण हो सकते हैं।
बचाव के उपाय
- संतुलित आहार का सेवन करें, जैसे साबुत अनाज, फल और सब्जियां।
- स्ट्रेस मैनेज करें।
- हाइड्रेशन का ख्याल रखें।
- मेडिटेशन करें।
- शरीर में विटामिन-डी की कमी न होने दें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।