इस मामले में महिलाएं होती हैं पुरुषों से मजबूत, कारण जानकर आप भी करेंगे सैल्यूट
Women Are Stronger Than Man : महिलाओं का काम सिर्फ घर तक ही सीमित नहीं है। घर और नौकरी की भागदौड़ में वह आज पुरुषों के मुकाबले काफी मजबूत हो चुकी हैं। कुछ महिलाओं को छोड़कर हो सकता है कि पुरुष शारीरिक रूप से महिलओं के मुकाबले मजबूत हों, लेकिन मानसिक रूप से मजबूत महिलाएं ही होती हैं।
चुनौतियों से भरा जीवन
एक वेबसाइट में प्रकाशित एक आर्टिकल में बेंगलुरु स्थित मणिपाल हॉस्पिटल के डॉक्टर मोहम्मद शाहीद कहते हैं कि जब भी सभी के लिए फेयर हेल्थ की बात आती है तो महिलाओं को स्पेशल उल्लेख की आजरूरत होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे ब्रेस्ट कैंसर, गर्भाशय का कैंसर आदि बीमारियों को लेकर कम उम्र से ही काफी चिंतित और स्ट्रेस में रहती हैं। साथ ही वे सूरज की रोशनी भी कम ले पाती हैं जिससे उन्हें विटामिन-D नहीं मिल पाती। इससे उनकी हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं। इस कारण उनमें हड्डियों की कमजोरी से जुड़ी बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस होने का रिस्क होता है। इसके बाद भी महिलाएं पुरुषों के मुकाबले काफी मजबूत होती हैं।
इन बीमारियों का भी खतरा
महिलाओं में रुमेटोइड गठिया, ल्यूपस आदि बीमारियों का भी काफी रिस्क होता है। यही नहीं, शरीर की बनावट में अंतर के कारण महिलाओं में यूरिन मार्ग में इन्फेक्शन आदि का भी खतरा रहता है। साथ ही महिलाएं अपने सेक्शुअल हेल्थ को लेकर भी काफी चिंतित रहती हैं।
महिलाओं में हार्ट अटैक की आशंका ज्यादा
डॉ. शाहीद के मुताबिक पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा समय तक जीवित रहती हैं। साथ ही उनमें क्रोनिक दर्द, यूटीआई, माइग्रेन, मल्टीपल स्केलेरोसिस, ऑस्टियोपोरोसिस, मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर आदि बीमारियों से पीड़ित होने की आशंका अधिक होती है। वहीं, पुरुष कम समय तक जीते हैं। उनमें पुरानी बीमारियों के विकसित होने की आशंका महिलाओं की तुलना में कम उम्र में होती है। वहीं पुरुषों की तुलना में महिलाओं में हार्ट अटैक की आशंका अधिक होती है। साथ ही महिलाओं में माइग्रेन 3 से 4 गुना ज्यादा होता है। महिलाओं में डिप्रेशन, स्ट्रेस एंग्जाइटी आदि काफी कॉमन हैं।
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महिलाओं की उम्र ज्यादा
कई रिपोर्ट बताती हैं कि महिलाओं की उम्र पुरुषों के मुकाबले ज्यादा होती है। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि दोनों जेंडर के बीच में जैविक, पर्यावरणीय और व्यवहार संबंधी फैक्टर क्या हैं। पुरुषों की मृत्यु दर महिलाओं के मुकाबले ज्यादा है लेकिन उनके साथ महिलाओं की तुलना में दैनिक जीवन में समस्याएं काफी कम हैं।