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Heart Attack vs Chest Pain: सीने में दर्द और हार्ट अटैक में क्या अंतर? तुरंत रिलीफ कैसे

Heart Attack vs Chest Pain: खान-पान का सही न होना या बिगड़ता हुआ लाइफस्टाइल दिल के रोगों को बढ़ा रहा है। सीने में दर्द और हार्ट अटैक दोनों काफी हद तक एक जैसे हैं क्योंकि हार्ट अटैक में भी सीने में दर्द होता है। जानिए दोनों में डिफरेंस।
12:58 PM Feb 13, 2025 IST | Namrata Mohanty
heart attack vs chest pain  सीने में दर्द और हार्ट अटैक में क्या अंतर  तुरंत रिलीफ कैसे
heart attack vs chest pain (1)

Heart Attack vs Chest Pain: हार्ट की बीमारियों के मामले अब काफी बढ़ गए हैं। सिर्फ भारत ही नहीं, दुनियाभर में भी दिल के रोगों का रिस्क बढ़ा हुआ है। हार्ट डिजीज का प्रमुख कारण लाइफस्टाइल है, अगर यह सही नहीं है तो इसकी बीमारियों का जोखिम अपने आप ही बढ़ जाता है। हार्ट अटैक से मौतों की संख्या सबसे ज्यादा है। इसका कारण स्मोकिंग, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर का असंतुलन है। इसके अलावा, दिल की बीमारियों का एक कारण जेनेटिक्स भी है। हार्ट अटैक में सीने में दर्द भी होता है। वहीं, कई बार सीने में दर्द भी एक अन्य समस्या है, लेकिन क्या सीने में दर्द हमेशा हार्ट अटैक का लक्षण होता है? आइए जानते हैं एक्सपर्ट से।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

डॉक्टर तामिरुद्दीन दानवाडे, जो कि नवी मुंबई के कार्डियक एक्सपर्ट हैं, हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहते हैं कि पीएएमआई (PAMI), कार्डियक अरेस्ट में सबसे असरदार इलाज है। पीएएमआई में, रोगी को तुरंत कार्डियक कैथीटेराइजेशन की जांच की जाती है। इसमें मरीज को 90 मिनटों के अंदर इलाज दिया जाता है, जिससे जान बचाई जा सके।

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चेस्ट पेन और हार्ट अटैक में अंतर

हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को खून सही से नहीं पहुंचता है, जिससे हृदय की सेल्स मरने लगती हैं। यह आमतौर पर कोरोनरी आर्टरी में किसी प्रकार की रुकावट के कारण होता है, जैसे कि ब्लड क्लॉटिंग होना। हार्ट अटैक के लक्षणों में सीने में तेज दर्द, सांस लेने में तकलीफ, ठंडे पसीना आना और कमजोरी शामिल होती हैं। डॉक्टर कहते हैं कि सीने में दर्द दिल की एक मांसपेशी के कारण होता है। इस स्थिति को एनजाइना कहते हैं, मगर यह दिल का दौरा नहीं होता है।

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एनजाइना क्या है?

एनजाइना यानी सीने में तेज दर्द और बेचैनी की समस्या होना है। इसमें मरीज के दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे दर्द होता है। इसके लिए डॉक्टर एंजियोग्राफी करवाने की सलाह भी देते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि इन दोनों में अंतर समझना इसलिए जरूरी है क्योंकि एक से जान जाने का जोखिम है यानी हार्ट अटैक। वहीं, दूसरा सिर्फ वॉर्निंग साइन है यानी एनजाइना। हालांकि, सीने में दर्द किसी अन्य कारण से भी हो सकता है और हमेशा हृदय से संबंधित नहीं होता है।

heart attack in winter

फोटो क्रेडिट- Meta AI

दोनों के संकेतों को समझें

हार्ट अटैक के संकेतों में अचानक तेज या दबाव जैसा सीने में दर्द होता है। ठंडा पसीना आना और सांस लेने में तकलीफ होना, हाथों, गर्दन, पीठ या पेट में दर्द होना। कंधों में दर्द, जबड़ों में दर्द और चिंता होना। एनजाइना के कुछ संकेत ऐसे ही होते हैं, लेकिन हमेशा हार्ट अटैक नहीं आता है।

जरूरी टिप्स

  • अगर हार्ट अटैक के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत इमरजेंसी में जाएं। डॉक्टर कार्डियक कैथीटेराइजेशन या पीएएमआई (PAMI) के जरिए इलाज कर सकते हैं। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का भी ध्यान रखें।
  • एनजाइना का इलाज डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं और लाइफस्टाइल में बदलाव से किया जा सकता है। एंजियोग्राफी या अन्य टेस्ट्स की मदद से आप अपने दिल की स्थिति के बारे में जान सकते हैं।
  • इसके अलावा दोनों ही स्थिति हमारे खान-पान, नींद और रोजमर्रा की आदतों पर निर्भर करता है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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