HIV/ AIDS के 7 लक्षण दिखने पर रखें 7 बातों का ध्यान
HIV/AIDS Symptoms: एचआईवी एक प्रकार का वायरस होता है जो आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है। यह वायरस आगे चलकर एड्स की वजह बनता है। एड्स एक लाइलाज बीमारी है, जिससे बचने के लिए इसके प्रति जागरूकता रखनी है। तो आइए जान लेते हैं, एचआईवी एड्स क्या है, इसके शुरुआती लक्षण क्या है और रोकथाम क्या है।
एचआईवी वैक्सीन जागरूकता दिवस (HIV Vaccine Awareness Day ), जिसे विश्व एड्स वैक्सीन दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल 18 मई को दुनिया भर के समुदायों को एचआईवी वैक्सीन के महत्व के बारे में बताने के लिए इस दिन के रूप में मनाया जाता है।
एचआईवी क्या है?
एचआईवी यानी ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus) रेट्रोवायरस परिवार का एक ग्रुप है, जो लेंटीवायरस है। यह संक्रमण बढ़ते समय के साथ एड्स बन जाता है। यह वायरस आपके इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है और शरीर में मौजूद CD4 सेल्स को खत्म करने का काम करता है, जिसे T सेल भी कहा जाता है। T सेल सेल्स इम्यूनिटी का एक हिस्सा है।
एड्स क्या है?
एड्स (Acquired Immunodeficiency Syndrome) एक गंभीर बीमारी है, जो एचआईवी वायरस के कारण होती है। यह आपके शरीर के इम्युनिटी को भारी नुकसान पहुंचाता है, जिसकी वजह किसी भी व्यक्ति के संक्रमण से लड़ने कैपेसिटी कमजोर हो जाती है। एचआईवी इंफेक्शन का लास्ट स्टेज एड्स होता है।
एचआईवी के शुरुआती लक्षण
प्रारंभिक एचआईवी लक्षण अक्सर किसी में वायरस की चपेट में आने के 2 से 4 हफ्ते बाद दिखते हैं। इसमें लक्षण फ्लू जैसे लग सकते हैं..
- बुखार और ठंड लगना
- सिरदर्द
- थकान
- सूजी हुई ग्रंथियां
- खरोंच
- जोड़ों, मांसपेशियों या गले में दर्द
- वजन घटना
एचआईवी एड्स से बचाव कैसे करें
- एचआईवी के मामले में मेडिसिन लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर कोई इंसान इस वायरस की खुराक छोड़ देता है, तो उसके इलाज में रुकावट आ सकती है। इसलिए दवा समय पर लेते रहें।
- एचआईवी से बचने के लिए एक से ज्यादा पार्टनर के साथ संबंध न बनाएं। इसके साथ ही एचआईवी से बचाव के लिए, संबंध बनाते समय सेफ्टी का इस्तेमाल भी करें।
- एचआईवी से पीड़ित लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए रेगुलर एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट भी जरूर लें।
- ड्रग्स या नशीली मेडिसिन का सेवन न करें
- स्मोकिंग करने से बचें।
- एड्स पीड़ित महिलाएं गर्भधारण न करें, क्योंकि उनके पैदा होने वाले नवजात को यह बीमारी लग सकती है।
- खून की जरूरत होने पर अनजान व्यक्ति का खून न लें। इसके अलावा सुरक्षित खून के लिए एच.आई.वी. जांच करने के बाद ही यूज करें।
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