सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी, वर्किंग वूमेन हो या हाउस वाइफ अपनाएं ये 7 टिप्स
International Women’s Day Special Healthy Lifestyle: आजकल हर महिला की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है। वर्किंग वूमेन हो या हाउस वाइफ अपने से ज्यादा दूसरों की देखभाल करना अपना फर्ज समझती हैं। ऐसे में कई बार कुछ बुरी आदतें उनकी जीवनशैली को खराब कर देती हैं, जबकि काम के साथ हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी है।
अच्छी हेल्थ के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव बहुत जरूरी है और महिलाएं इन चीजों पर बिल्कुल ध्यान नहीं देती हैं। अच्छी हेल्थ के बिना कुछ भी मुमकिन नहीं है। महिलाएं खुद हेल्दी रहेंगी, तभी अपनों को हेल्दी रख पाएंगी। ऐसे में अगर आप सोच रही हैं कि अपने स्वास्थ्य को कैसे बेहतर बनाया जाए तो इन टिप्स को अपनाकर डेली रुटीन में शामिल करें और फायदे खुद देखें।
डेली वर्कआउट
अगर नियमित रूप से व्यायाम नहीं कर पाते तो वर्कआउट को रूटीन बनाएं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। शरीर उस तरह काम करना बंद कर देता है, जैसे वह 20 की उम्र में करता था। 35 की उम्र के बाद महिला को वर्कआउट पर खास ध्यान देना चाहिए। समय के साथ-साथ हड्डियों का मांस भी कम होने लगता है। हड्डियां पतली और हल्की होने के कारण ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी ज्यादा हो जाता है। इसलिए डेली वर्कआउट करें। शरीर मजबूत रहेगा।
बैलेंस डाइट
डाइट में ढेर सारी सब्जियां, फल और साबुत अनाज शामिल करें। वे फाइबर, प्रोटीन और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। ज्यादा चीनी खाने से बचें, क्योंकि इसमें कोई जरूरी पोषक तत्व नहीं होता। मोटापा, हार्ट डिजीज होने का खतरा बढ़ सकता है।
हेल्दी फैट
हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने के लिए सैचुरेटेड फैट की जगह जैतून का तेल, एवोकैडो तेल, फैटी फिश, नट्स और बीजों का इस्तेमाल करें। हेल्दी फैट से खराब कोलेस्ट्रॉल को और वजन को कम करने में भी मदद मिलेगी।
हाइड्रेट
भरपूर पानी पीने से वजन कम करने, पाचन को बढ़ावा देने, मूड में सुधार करने में मदद मिलेगी। कभी-कभी सादा पानी पीने की बजाय तरबूज या संतरे का जूस पी सकते हैं।
माइंडफुलनेस
माइंडफुलनेस को कई हेल्थ बेनिफिट्स से जोड़ा गया है। यह तनाव और चिंता के लेवल को कम करने, फोकस पॉवर में सुधार करने, दिमाग में ग्रे मैटर को बढ़ाने और पुराने दर्द को मैनेज करने में मदद करता है।
रेगुलर हेल्थ चेकअप
चाहे कितनी भी व्यस्त दिनचर्या हो, महिलाएं अपने डॉक्टर की अपॉइंटमेंट लें और अपनी रेगुलर प्रॉपर जांच करवाएं। महिलाओं को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि उन्हें पैप स्मीयर (गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर के शुरुआती लक्षणों की जांच के लिए एक टेस्ट होता है), टीकाकरण और ब्रेस्ट परीक्षण कब कराना चाहिए।
फैमिली हेल्थ हिस्ट्री
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, न केवल जानना जरूरी है, बल्कि उन बीमारियों पर नजर रखना भी जरूरी होता है, जिनके जेनेटिक रूप से विकसित होने का खतरा रहता है। महिलाओं को यह भी पता होना चाहिए कि परिवार के एक मेंबर को किस उम्र में कोई बीमारी हुई है तो उस उम्र से काफी पहले उन्हें अपनी और दूसरे मेंबरों की जांच करानी चाहिए।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।