Mpox वायरस के लक्षण और फैलने के तरीके पर WHO का नया अपडेट,जानें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने Mpox वायरस के फैलने के तरीके पर नई जानकारी जारी की है। Mpox, जिसे Monkeypox भी कहा जाता है, एक संक्रमण है जो चेचक की तरह दिखाई देता है लेकिन आमतौर पर कम गंभीर होता है। WHO के अनुसार, Mpox मुख्य रूप से शारीरिक संपर्क के माध्यम से फैलता है, जैसे त्वचा से त्वचा का संपर्क या चुम्बन।
बूंदो के माध्यम से फैलने का तरीका कम महत्वपूर्ण माना गया है। इस वायरस के लक्षणों में बुखार, शरीर पर दाने, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, सिरदर्द, और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं। भारत में फिलहाल Mpox के सक्रिय केस नहीं हैं, लेकिन सरकार ने हवाई अड्डों और सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी है ताकि संभावित मामलों का जल्द पता लगाया जा सके।
Mpox क्या है?
Mpox वायरस, जिसे Monkeypox भी कहा जाता है, एक रोग है जो छोटे चेचक जैसा दिखता है, लेकिन कम गंभीर होता है। इसके लक्षणों में बुखार, शरीर पर विशेष दाने, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, सिरदर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द, और थकावट शामिल हैं।
Mpox के लक्षण
- बुखार: ज्यादा तापमान
- शरीर पर दाने: त्वचा पर चकत्ते
- सूजे हुए लिम्फ नोड्स: गले और अन्य हिस्सों में सूजन
- सिरदर्द: लगातार दर्द
- पीठ और मांसपेशियों में दर्द: शरीर में दर्द
- थकावट: एनर्जी की कमी
Mpox का इन्क्यूबेशन पीरियड 5 से 21 दिन के बीच हो सकता है। बुखार की अवस्था आमतौर पर 1 से 3 दिन रहती है, इसके बाद त्वचा पर दाने आने का चरण शुरू होता है, जो 2 से 4 सप्ताह तक चल सकता है।
Mpox कैसे फैलता है?
WHO के अनुसार, Mpox मुख्य रूप से शारीरिक संपर्क से फैलता है, जैसे त्वचा से त्वचा का संपर्क (जैसे छूना या सेक्स) और मुंह से मुंह या मुंह से त्वचा का संपर्क (जैसे चुम्बन)। WHO की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा कि अगर किसी के शरीर पर lesions हैं और वह करीब से बात कर रहा है, तो वायरस फैल सकता है, लेकिन यह तरीका महत्वपूर्ण नहीं है।
भारत mpox के लिए कितना है तैयार
भारत में अभी Mpox के सक्रिय केस नहीं हैं। सरकार ने हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भारत-बांग्लादेश और भारत-पाकिस्तान सीमा पर अधिकारियों को Mpox के लक्षण दिखाने वाले यात्रियों पर ध्यान रखने के लिए कहा है।
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) ने Mpox मामलों के प्रबंधन के लिए प्रोटोकॉल जारी किए हैं। विभिन्न सरकारी अस्पतालों को संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए आइसोलेशन रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं।
संस्थान ने एक स्क्रीनिंग प्रक्रिया की सिफारिश की है, जिसमें बुखार, दाने, या पुष्ट Mpox मामलों के संपर्क की जानकारी वाले मरीजों को तुरंत जांच के लिए चिह्नित किया जाएगा।