जोड़ों में दर्द, थकान से लेकर 7 लक्षण हैं Lupus बीमारी के संकेत, महिलाएं ज्यादा प्रभावित!
Lupus Symptoms In Women: अगर आपको भी अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों, जैसे- स्किन, घुटनों, लंग्स या अन्य दूसरी जगहों पर सूजन लग रही है, तो इसे बिल्कुल भी हल्के में लेने की भूल न करें, क्योंकि ये ल्यूपस बीमारी का एक लक्षण हो सकता है। ल्यूपस एक ऑटोइम्यून बीमारी है, लेकिन इसके बारे में लोगों कम ही अवेयर हैं।
इस बीमारी का खतरा टीनएज से लेकर 30 साल तक की उम्र की महिलाओं में ज्यादा होता है। ल्यूपस एक लॉन्ग टर्म बीमारी है जो आपके शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन और दर्द कर सकती है। ल्यूपस की बीमारी में आपकी इम्यूनिटी शरीर के संक्रमण से लड़ने की बजाय हेल्दी टिश्यू पर अटैक करती है।
क्या है ल्यूपस?
ल्यूपस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर के सेल्स और टिश्यू को डैमेज करने का काम करती है। जिसके चलते ह्रदय, फेफड़ों, ज्वाइंट्स, स्किन, दिमाग पर असर पड़ता है, लेकिन किडनी पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है। यह बीमारी आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है।
ल्यूपस के लक्षण
- जोड़ों में दर्द
- तेज बुखार
- लंबे समय तक थकान रहना
- त्वचा के चकत्ते, मुंह के छाले
- गालों और नाक पर दाने
- बालों का झड़ना
- ब्लड क्लॉट की समस्या
इस बीमारी से महिलाएं ज्यादा परेशान
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ऑटोइम्यून बीमारी होने की संभावना कहीं ज्यादा होती है, जब एक अनकंट्रोल्ड इम्यून सिस्टम अपने शरीर पर हमला करती है।
ल्यूपस बीमारी का इलाज
सबसे पहले मरीज में नजर आ रहे इन लक्षणों की जांच की जाती है। उसके बाद जरूरी ब्लड टेस्ट किए जाते हैं। जिससे शरीर में यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के लेवल का पता लग सके। ब्लड के साथ ही यूरिन टेस्ट होता है, ताकि किडनी की हेल्थ से जुड़ी जांच भी हो पाए। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड भी करवाया जाता है, जिससे लंग्स की कंडीशन का पता चल जाता है। अगर टेस्ट में किडनी में कोई प्रॉब्लम है, तो डायलिसिस करवाने की भी सलाह दी जाती है।
ल्यूपस का वैसे कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को मैनेज करने से रोकने में मदद मिल सकती है। ये कुछ सामान्य उपचार हैं..
- जोड़ों के दर्द और सूजन के लिए नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs)
- सूजन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स
- त्वचा और जोड़ों के लक्षणों के लिए एंटी मलेरिया ड्रग
- ल्यूपस के गंभीर मामलों के लिए इम्यूनो स्प्रेसिव मेडिसिन जिनमें किडनी, फेफड़े या अन्य अंग शामिल होते हैं।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।