क्या सच में बढ़ने वाले हैं दवाओं के दाम? स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताई खबरों की सच्चाई
medicine prices hike news false misleading malicious says Union Ministry Health Family Welfare: दवा की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्टों को भ्रामक और झूठा बताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा होलसेल प्राइस इंडेक्स में 0.00551 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। दवा के दामों में हुई इस मामूली वृद्धि पर 782 दवाओं के दाम पर कोई असर नहीं पडे़गा जबकि 54 दवाओं में एक पैसे की मामूली वृद्धि होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दवा की कीमतों के बढ़ने की खबरों का खंडन किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि अप्रैल महीने में दवाओं की कीमतों में 12 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 500 से ज्यादा दवाओं पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा ।
54 दवाओं में 1 पैसे की मामूली बढ़ोत्तरी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) हर साल थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर अधिसूचित दवाओं की अधिकतम कीमतों में संशोधन करता हैं। मंत्रालय ने कहा, 782 दवाओं के लिए मौजूदा अधिकतम कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा। 54 दवाओं में एक पैसे की मामूली बढोत्तरी देखने को मिलेगी।
782 दवाओं के दामों में नहीं होगा बदलाव
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा, डब्ल्यूपीआई वृद्धि दवा मूल्य नियंत्रण आदेश DPCO 2013 के प्रावधानों के अनुसार दवाओं को शिड्यूल और नॉन शिड्यूल फॉर्मूलेशन के तौर पर बांटा गया है।दवा बनाने वाली कंपनियां इस मामूली वृद्धि का लाभ उठा भी सकती हैं और नहीं भी । साल 2024-25 में होल सेल प्राइस इंडेक्स के आधार पर दवाओं की अधिकतम कीमत में लगभग कोई बदलाव नहीं होगा। 782 दवाओं के दाम पर कोई असर नहीं पडे़गा ।