होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

कोरोना से भी खतरनाक बीमारी के लिए वैक्सीन मंजूर, WHO घोषित कर चुका हेल्थ इमरजेंसी

MPox Vaccine: WHO ने मंगलवार को जापानी फार्मा कंपनी KM Biologics के नए एमपॉक्स वैक्सीन को इमरजेंसी उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है, यह एजेंसी की मंजूरी पाने वाला दूसरा टीका है।
08:06 AM Nov 20, 2024 IST | Namrata Mohanty
Advertisement

MPox Vaccine: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को एमपॉक्स के खिलाफ LC16m8 नामक दूसरी वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। यह वैक्सीनेशन महामारी के नियंत्रण में मदद करेगी और जोखिम वाले समूहों को इस वायरल संक्रमण से बचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। EUL दुनिया भर के देशों के लिए वैक्सीन का शीघ्रता से उत्पादन करता है और आयात करने के मार्गों को भी प्रशस्त कर रहा है।

Advertisement

क्या कहा WHO ने?

WHO की औषधियों और हेल्थ डिपार्टमेंट्स के सहायक डायरेक्टर युकिको नाकातानी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा MPox के खिलाफ एलसी16एम8 वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल करना, वर्तमान स्थिति को देखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बच्चों सहित सभी आबादी की सुरक्षा के लिए एक नया विकल्प प्रदान करता है।

ये भी पढ़ें- विटामिन बी-12 की कमी की 5 बड़ी वजहें

कितना खतरनाक है MPox?

एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो एमपॉक्स वायरस के कारण होती है। यह बीमारी आमतौर पर जानवरों से इंसानों में फैलती है, लेकिन इसके इंसान से इंसान में फैलने के भी मामले सामने आए हैं। एमपॉक्स को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं, खासकर 2022 के बाद जब कई देशों में इसके मामलों में अचानक वृद्धि हुई है। हालांकि, एमपॉक्स का रिस्क कम गंभीर हो सकता है अगर इसका समय से इलाज शुरू किया जाए, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह जानलेवा भी बन जाता है। यह कितना गंभीर हो सकता है, इस आधार पर तय होता है कि मरीज की सेहत, उम्र, और इलाज कितने समय या दिनों बाद हो रहा है।

Advertisement

एमपॉक्स के शुरुआती संकेत

मंकीपॉक्स या एमपॉक्स के मरीज को तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द व खिंचाव के साथ ठंड लगना, थकावट और स्किन पर घाव या मवाद वाले दाने (मैकुलोपापुलर दाने) जैसे संकेत शामिल होते हैं। यदि व्यक्ति के अंदर इनमें से किसी भी लक्षण की पुष्टि होती है तो मरीज को स्पेशल वार्ड में भर्ती किया जाएगा। हालांकि, इस बीमारी में जान जाने का जोखिम ज्यादा नहीं है, मगर मरीज की बीमारी की गंभीरता कोई भी परिणाम दे सकती है।

क्या वैक्सीन से बचाव होगा?

हालांकि, एमपॉक्स से बचाव के लिए वैक्सीनेशन एक प्रभावी तरीका है। WHO ने जिन वैक्सीन्स को अनुमोदित किया है, वे एमपॉक्स से सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं। इन वैक्सीन्स को ज्यादा जोखिम वाले लोगों को दिया जाता है, जैसे हेल्थ डिपार्टमेंट के लोग, संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोग और प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी वैक्सीन दी जाएगी।

एमपॉक्स से बचाव

ये भी पढ़ें- Vitamin-D की कमी सेहत के लिए कैसे खतरनाक?

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

Open in App
Advertisement
Tags :
"WHO World Health Organization"delhi monkeypoxHealth News In Hindihow does monkeypox spreadmonkeypox symptomsMpox
Advertisement
Advertisement