खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

Corona जैसा एक और वायरस देश में फैला, एक महीने में मिले 2505 केस, अलर्ट हुई सरकार

Mumps Symptoms: मम्प्स के बढ़ते मामलों ने केरल राज्य में टेंशन दे दी है। 1 महीने में 2505 मामले सामने आ गए हैं और ऐसे में सरकार भी अलर्ट पर है। आइए जान लेते हैं क्या है यह बीमारी और इसके कारण के साथ-साथ लक्षण के बारे में एक नजर डालें।
09:47 PM Mar 14, 2024 IST | Deepti Sharma
मम्प्स बीमारी के लक्षण Image Credit: Freepik
Advertisement

Mumps Symptoms: केरल राज्य में मम्प्स (Mumps) के मामलों ने अचानक बढ़ने पर स्थिति चिंताजनक बना दी है। 1 दिन में लगभग 190 से ज्यादा मामले देख जा रहे हैं और 1 महीने में 2505 मामले सामने आए हैं। असल में यह बीमारी एक वायरल संक्रमण है, जो काफी तेजी से बढ़ रही है और इसके अधिकतर मामले मलप्पुरम (Malappuram) जिले और उत्तरी केरल के बाकी हिस्सों से सामने आए हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि मम्प्स का नाम सुनकर कई लोगों के मन में ये सवाल जरूर आता होगा कि ये है क्या बीमारी, जिसमें शरीर के कुछ अंग प्रभावित हो रहे हैं। तो चलिए इसके बारे में जान लेते हैं..

Advertisement

क्या है मम्प्स की बीमारी?

मम्प्स कण्ठ (Mumps George) के भाग का एक इंफेक्शन है, जो पैरामाइक्सोवायरस (Paramyxoviridae) नामक एयरबॉर्न वायरस की वजह से होता है, जो मुख्य रूप से सलाइवा ग्लैंड पर असर करता है और इससे गले में सूजन और दर्द होता है। ये संक्रमित मरीज से दूसरे में फैल सकता है।

मम्प्स के लक्षण

इस बीमारी में लक्षण दो से चार हफ्ते के अंदर दिखते हैं, जो आपको हल्के बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और थकान के साथ महसूस हो सकते हैं। इसका प्रमुख संकेत हमारे गले की ग्रंथियों से जुड़ा होता है और बढ़ता है। हालांकि, यह छोटे बच्चों में आमतौर पर देखा जाता है, लेकिन बड़ों में भी यह संक्रमण हो सकता है। इसके कई सारे लक्षण नजर आ सकते हैं, जैसे-

मम्स होने पर क्या करें

मम्प्स का इलाज

इस बीमारी में कोई खास उपचार नहीं है और ज्यादातर मामले कुछ ही हफ्तों में सही हो जाते हैं, लेकिन, सतर्क के साथ-साथ बचाव करना सबसे जरूरी है। इसके लिए एमएमआर (Measles-Mumps-Rubella (MMR)) वैक्सीन जरूर लगवाएं। खासकर अपने छोटे बच्चों को ये वैक्सीन लगवाना चाहिए। इसके अलावा टीनएजर्स और एडल्ट को बीमारी से लगातार इम्यूनाइज्ड रहने के लिए बूस्टर शॉट्स ले सकते हैं।

Advertisement

ये भी पढ़ें- Kidney Stone: क्यों बनती है गुर्दे की पथरी? किन चीजों से करें परहेज ताकि बीमारी से रहें दूर 

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

Advertisement
Tags :
health news
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement