Corona से कितनी अलग है Mumps? देशभर में बढ़ते जा रहे हैं संक्रामक बीमारी से जुड़े मामले
Mumps Virus And Covid 19: मम्पस (Mumps) एक वायरल बीमारी है जो बच्चों में तेजी से बढ़ रही है। आपको बता दें, केरल में मम्प्स के मामले तेजी से फैल रहे हैं। इसे गलसुआ() के नाम से भी जाना जाता है। इस महीने में वायरल इंफेक्शन के 2505 और साल के दो महीनों में 11,467 मामले सामने आ गए हैं। वहीं, कोरोना इससे कितना अलग है और दोनो के लक्षण क्या एक जैसे हैं? क्या कोरोना से भी ज्यादा गंभीर है मम्प्स, आइए जानें..
मम्प्स वायरस और कोरोना वायरस (COVID-19) दोनों ही वायरस हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग वायरस फैमिलियों से हैं और अलग-अलग तरीको से असर करते हैं। ये दोनों ही वायरस अलग-अलग संक्रमणों का कारण बनते हैं और उनके संवाहक व्यवहार (एक ऐसा जीव है जो खुद बीमारी का कारण नहीं बनता है, लेकिन एक से दूसरे में पहुंचकर संक्रमण फैलता है) भी अलग होते हैं।
मम्प्स वायरस (Mumps Virus)
- मम्प्स वायरस (Mumps virus) पैरोटाइटिस नामक बीमारी का कारण बनता है।
- इसका प्रकोप अधिकतर बच्चों और युवाओं में देखा जाता है।
- इस वायरस के संक्रमण के लक्षण मसूड़ों के सूजन, बुखार, गले में दर्द और शिशुओं में सुनाई देने वाले कान के पिछले हिस्से में दर्द शामिल होते हैं।
- मम्प्स के खिलाफ एक प्रभावी टीका उपलब्ध है , जो इसके प्रसार को कम कर सकता है।
कोरोना वायरस (COVID-19)
- कोरोना वायरस (Coronavirus) बहुत सामान्य इंफेक्शन के कारण है, जो संक्रमण कोविड-19 (COVID-19) के रूप में जाना जाता है।
- इसका असर जीवन धारकों के बीच फैलता है।
- यह वायरस आमतौर पर फेफड़ों और श्वास नली(सांस की नली) के संक्रमण के लक्षणों के साथ-साथ बुखार, थकान, शरीर में दर्द, सूखी खांसी और सांस की समस्याएं करता है।
- कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन उपलब्ध है, जो संक्रमण को रोकने और संक्रमण के खिलाफ इम्युनिटी प्रदान करने में मदद कर सकती है।
- मम्प्स वायरस और कोरोना वायरस दोनों ही वायरल संक्रमण हैं, लेकिन इनमें लक्षण, प्रसार और रोकथाम के उपाय अलग-अलग होते हैं।
मम्प्स के शुरुआती लक्षण
मम्प्स के शुरुआती लक्षणों में हल्का बुखार, थकान होना, सिरदर्द और भूख न लगना शामिल हैं, जो 3-4 दिनों तक रहते हैं। इसके बाद गाल और जबड़े के दोनों साइड दर्द और सूजन होती है, जो 7 से लेकर 14 दिनों तक रहती है।
COVID-19 के शुरुआती लक्षण
- बुखार या ठंड लगना
- सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ
- मांसपेशियों में दर्द
- सिरदर्द होना
- टेस्ट या स्मेल न आना
- गला खराब होना
- बहती नाक
Mumps से बचाव
- बच्चों को भरपूर मात्रा में लिक्विड चीजें पिलाएं।
- भरपूर आराम करें।
- सूजन को कम करने के लिए बर्फ का टुकड़ा यूज करें।
- डॉक्टर की सलाह पर मेडिसिन लें।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- बच्चों को एमएमआर(MMR) वैक्सीन लगवाएं।
ये भी पढ़ें- खांसी-जुकाम से पाएं सिर्फ 10 मिनट में छुटकारा, बड़े काम का है ये रामबाण नुस्खा!
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।