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Chronic Kidney Disease के शुरुआती संकेत देखें, इसी बीमारी से Shyam Benegal का निधन

Shyam Benegal: भारतीय सिनेमा के दिग्गज फिल्ममेकर श्याम बेनेगल का निधन 90 वर्ष की आयु में हुआ। उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी थीं, वे क्रोनिक किडनी डिजीज के मरीज थे। आइए जानते हैं इस रोग के बारे में और इसके शुरुआती संकेत।
08:43 AM Dec 24, 2024 IST | Namrata Mohanty
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Shyam Benegal: बॉलीवुड जगत के मशहूर निर्देशक श्याम बेनेगल का 90 साल की उम्र में निधन हो गया है। डायरेक्टर ने अपने करियर में ऐसी कई फिल्में बनाई हैं जिन्होंने उन्हें पूरस्कारित भी किया है। इन फिल्मों में अंकुर, भूमिका, मंथन और निशांत शामिल हैं। वे लम्बे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। सोमवार, 23 दिसंबर, 2024 को उनका मुंबई के सेंट्रल के वॉकहार्ट अस्पताल में शाम 6:38 मिनट पर निधन हुआ। आइए जानते हैं इस बीमारी के संकेतों के बारे में।

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क्या है Chronic Kidney Disease ?

क्रोनिक किडनी डिजीज या सीकेडी (CKD) गुर्दों की ऐसी बीमारी है, जिसमें किडनी बुरी तरह से डैमेज हो जाती है। इस बीमारी में किडनी काम करना बंद कर देती है। टाइम्स नाऊ में पब्लिश एक रिपोर्ट की मानें, तो किडनी खून से टॉक्सिन्स को साफ करती है, यह उसका मुख्य काम है। इसमें खराबी होने पर किडनी काम करना बंद कर देती है।

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क्रोनिक किडनी डिजीज के संकेत

1. थकान और कमजोरी- किडनी का कार्य प्रभावित होने से इसके काम करने की क्षमता कमजोर हो जाती है, ऐसे में शरीर के अंदर टॉक्सिन्स जमा हो जाते हैं, जिससे थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।

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2. स्वेलिंग- किडनी की फंक्शनिंग में कमी होने पर, शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ जाता है, जिससे पैरों, टखनों, हाथों और चेहरे पर सूजन हो सकती है।

photo credit-freepik

3. पेशाब में बदलाव- किडनी डिजीज के सबसे सामान्य संकेतों में पेशाब के लक्षण शामिल हैं। जैसे- पेशाब के रंग में बदलाव यानी इसमें खून आना, गाढ़ा या झागदार दिखाई देना। पेशाब करने में कठिनाई होना या बार-बार पेशाब आना। इसके अलावा, रात के समय अधिक पेशाब आना।

4. कंपकंपी और ठंड लगना- किडनी अगर किसी समस्या में हैं, तो इससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो सकती है, जिससे एनीमिया भी हो सकता है। इसमें ठंड लगने और कंपकंपी महसूस होती है।

5. त्वचा का रंग बदलना- किडनी की बीमारी से स्किन की रंगत गहरी हो सकती है और त्वचा पर खुजली भी हो सकती है।

इसके अलावा, गले में सूजन या घबराहट, सांस लेने में कठिनाई, मेंटल हेल्थ पर प्रभाव, हाथों-पैरों में सुन्नता होना और मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द महसूस करना जैसे संकेत भी शामिल हैं।

क्या है इस डिजीज के कारण?

  1. हाई बीपी के कारण भी किडनी पर असर पड़ता है, जिससे यह बीमारी हो सकती है।
  2. ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस एक और किडनी डिजीज है, जिसमें गुर्दे के अंदर मौजूद ग्लोमेरुली को क्षति होती है।
  3. पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज है, जो एक आनुवंशिक रोग भी है, जिसके कारण आपके गुर्दे में कई फ्लूइड भरने लगता है।
  4. नेफ्रोपैथी भी एक किडनी डिजीज है, इसमें शरीर की इम्यूनिटी भी प्रभावित होती है।
  5. डायबिटीज के कारण भी किडनी पर असर पड़ सकता है।

Chronic Kidney Disease से बचाव के उपाय

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Chronic Kidney Diseasehealth newsKidney DiseaseShyam Benegal
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