Advertisement

Silent Brain Strokes: जब दिमाग देता है बिना संकेत खतरे की घंटी

Silent Brain Strokes: क्या आपको पता है कि स्ट्रोक बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है? जानिए साइलेंट स्ट्रोक के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय। समय रहते पहचान कर बड़े खतरे से बचें।

Silent Brain Strokes

Silent Brain Strokes: आमतौर पर हम स्ट्रोक के बारे में सुनते हैं, जिसमें अचानक लकवा या शरीर के किसी हिस्से में कमजोरी आ जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा भी स्ट्रोक होता है जिसके बारे में आपको पता ही नहीं चलता? इसे साइलेंट स्ट्रोक कहते हैं। यह तब होता है जब दिमाग की ब्लड वेसल्स अचानक बंद हो जाती हैं, लेकिन इसके लक्षण इतने हल्के होते हैं कि लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं।

साइलेंट स्ट्रोक से याददाश्त कमजोर हो सकती है, थकान बढ़ सकती है, या संतुलन बिगड़ सकता है। खतरनाक बात यह है कि इससे बाद में बड़ा स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। डॉक्टर से संपर्क करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

यह भी पढ़े: Ovarian Cancer के 2 शुरुआती संकेत, इग्नोर किए तो मौत निश्चित

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स क्या होते हैं?

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स तब होते हैं जब दिमाग के एक छोटे हिस्से में ब्लड फ्लो अचानक बंद हो जाता है। इससे उस हिस्से में सेल्स मर जाती हैं, लेकिन व्यक्ति को इसका पता नहीं चलता। यही कारण है कि इसे "साइलेंट" कहा जाता है।

Silent Brain Strokes

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स क्यों होते हैं?

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें मुख्य रूप से ये कारण शामिल हैं:

  • हाई ब्लड प्रेशर: यह दिमाग की ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
  • डायबिटीज: डायबिटीज से भी ब्लड वेसल्स को नुकसान हो सकता है, जिससे स्ट्रोक की संभावना बढ़ती है।
  • हाई कोलेस्ट्रॉल: कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा होना ब्लड वेसल्स को जाम कर सकता है, जिससे ब्लड फ्लो बाधित होता है।
  • धूम्रपान और शराब का सेवन: धूम्रपान और ज्यादा शराब का सेवन स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकता है।
  • Irregular दिल की धड़कन: दिल की इर्रेगुलर धड़कन से दिमाग में रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे स्ट्रोक हो सकता है।

यह भी पढ़े: काम की वजह से जीवन में नहीं बन रहा बैलेंस, इन 5 प्वाइंट्स में हल होगी मुश्किल

Silent Brain Strokes के लक्षण

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स के लक्षण अक्सर बहुत मामूली होते हैं और इन्हें पहचानना मुश्किल होता है। कुछ लोग ध्यान में कमी, याददाश्त में कमजोरी, या हल्की कमजोरी महसूस कर सकते हैं, लेकिन ये लक्षण इतने हल्के होते हैं कि इन्हें नजरअंदाज किया जा सकता है।

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स से बचने के उपाय

साइलेंट ब्रेन स्ट्रोक्स से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने की जरूरत है:

  • हेल्दी डाइट लें: पौष्टिक और बैलेंस्ड डाइट का सेवन करें। फल, सब्जिया और फाइबर युक्त भोजन अपने आहार में शामिल करें।
  • रोज व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से आपके शरीर को स्वस्थ रखने और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह बंद कर दें।
  • ब्लड प्रेशर और शुगर की Regular जांच कराएं: नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं और उन्हें कण्ट्रोल रखें।

 

Open in App
Tags :