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SSS फॉर्मूला क्या! जिसे अपनाते ही फुर्र होगी टेंशन, जानें फिटनेस कोच की एडवाइज

SSS Rule Benefits: मन भटकना और काम में ध्यान न लगना, आजकल एक गंभीर समस्या हो गई है। यह सबकुछ लोगों में बढ़ते मेंटल स्ट्रेस के कारण हो रहा है। इससे बचाव के लिए अपनाएं ट्रिपल एस वाला फॉर्मूला।
01:37 PM Nov 28, 2024 IST | Namrata Mohanty
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SSS Rule Benefits: जब हम कोई काम समय से पूरा नहीं कर पाते हैं, इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह फोकस की कमी है। फोकस तब कम होता है, जब हमारे दिमाग में क्लटर भर जाता है और हम स्ट्रेस में रहने लगते हैं। यह समस्या अब के समय में काफी बढ़ गई है क्योंकि आजकल की लाइफस्टाइल लोगों को अनहेल्दी बना रही है। आजकल लोगों के पास सोने और खाने का एक समय निर्धारित नहीं है। ध्यान भटकना या फिर Lack of Focus की समस्या आजकल बहुत से लोगों को हो रही है, खासकर जब हम डिजिटल दुनिया से घिरे रहते हैं और एक साथ कई चीजों को करने की कोशिश करते हैं। अगर आप भी फोकस में कमी की समस्या से जूझ रहे हैं, तो 3S रूल को फॉलो करके अपनी परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

अश्विनी देसवाल, जो कि एक लाइफ एंड फिटनेस कोच हैं, बताते हैं कि मानसिक संतुलन बिगड़ने के कारण ही इंसान का काम करने से ध्यान भटकता है। जो लोग काम करने के आसान और टिकाऊ उपाय ढूंढते हैं, उन्हें मेहनत से बचने की आदत होती है। इन सभी का कारण हमारा खराब लाइफस्टाइल है। डेली रूटीन की गलत आदतें आपको ज्यादा मेंटल स्ट्रेस देती हैं। इससे बचने के लिए कोच ने थ्री एस रूल फॉलो करने की सलाह दी है।

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क्या है 3S रूल?

तीन एस रूल में तीन चीजें शामिल हैं। स्लीप, स्क्रीन और स्टिमुलेंट।

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1. स्लीप- समय पर सोना और दिन के समय सूरज की रोशनी में आना बेहद जरूरी है। जी हां, कोच बताते हैं कि हर किसी को सनलाइट के संपर्क में आना जरूरी होता है। आप चाहें, तो दिन के समय 10 से 2 बजे के बीच में भी 10 से 12 मिनट तक की धूप ले सकते हैं। ऐसा करने से दिमाग में सेरोटोनिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है, जो खुशी प्रदान करता है।

फोटो क्रेडिट-freepik

2. स्क्रीन टाइम- मेंटल स्ट्रेस का एक और सबसे बड़ा कारण मोबाइल और टैब से निकलने वाली नीली रोशनी भी है। यह ब्लू रेज दिमाग को हाइपर एक्टिव करती है, जो मस्तिष्क पर जोर डालती है। इससे भी मेंटल स्ट्रेस में बढ़त होती है। कोच बताते हैं कि अपना स्क्रीन टाइम मैनेज करें, सोने से पहले और काम के समय बार-बार फोन देखने की आदत बदलें। इसके साथ-साथ रात के समय में भी फोन, टैब या लैप्टॉप को नाइट मोड में यूज करें, ऐसा करने से रात की नींद ज्यादा प्रभावित नहीं होगी।

3. स्टिमुलेंट- इसमें कोच की राय काफी अलग है। जहां कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना होता है कि चाय-कॉफी पीना सही नहीं है, वहीं अश्विनी देसवाल कहते हैं कि चाय और कॉफी भी इंसान के शरीर की जरूरत है लेकिन उससे पहले पानी भी जरूरी है। उनके अनुसार, पानी की कमी होने से भी मेंटल स्ट्रेस का लेवल बढ़ता है। इसलिए कॉफी और चाय का सेवन उतना करें कि शरीर डिहाइड्रेट न हो और पानी इतना पिएं कि शरीर को हाइड्रेशन मिलता रहे।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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