होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को नहीं आती अच्छी नींद, कारण जानकर रह जाएंगे हैरान

Lack of Sleep : अगर आपको लगता है कि पुरुष ही सही से नहीं सो पाते या खर्राटे मारते हैं तो आपको अपना व्यू बदलना होगा। एक स्टडी के रिव्यू के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा सही तरीके से नहीं सो पातीं। इसके कई कारण हैं जो रिसर्च में सामने आए हैं। जानें, महिलाएं सही तरीके से क्यों नहीं सो पातीं:
05:43 PM Apr 11, 2024 IST | News24 हिंदी
नींद पूरी न हो तो शरीर एक्टिव नहीं रहता है
Advertisement

Lack of Sleep : दिनभर पर काम करने के बाद हर शख्स चाहता है कि उसे रात को चैन की नींद आए। ऐसा कहा जाता है कि महिलाएं के मुकाबले पुरुष ठीक से नहीं सो पाते और उनकी नींद पूरी नहीं होती है। स्टडी के रिव्यू में इसे पूरी तरह खारिज किया गया है। हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड और साउथहैंपटन की फीमेल रिसर्चर के मुताबिक महिलाओं की इंटरनल बॉडी क्लॉक पुरुषों के मुकाबले 6 मिनट ज्यादा होती है। महिलाओं की नींद पूरी न होने का एक कारण यह भी है।

Advertisement

पीरियड्स भी डालते हैं नींद में खलल

जिन महिलाओं पर यह रिसर्च की गई उन्हें स्मार्टवॉच की तरह एक डिवाइस पहनाई गई थी जिससे उनकी दिल की धड़कनों और नींद के पैटर्न को समझा जा सके। जब रिजल्ट सामने आया तो पता चला कि उनकी नींद का पैटर्न पुरुषों के मुकाबले काफी खराब था। हालांकि उनकी नींद के पैटर्न में जो बदलाव आया उसका कारण महिलाओं के पीरियड्स की साइकल भी था। दरअसल, महिलाओं के पीरियड की साइकल हर महीने एक जैसी नहीं रहती। हर महीने तारीख बदलती रहती है। इसका असर नींद पर पड़ता है। वहीं पीरियड्स के दौरान भी महिलाओं की नींद पूरी नहीं हो पाती। एक पोल के मुताबिक 53 फीसदी महिलाओं को डर रहता है कि रात को उन्हें पीरियड न आ जाए और इस वजह से वे सही तरीके से सो नहीं पाती हैं।

​रेस्टलेस लेग सिंड्रोम भी कारण

महिलाओं के रेस्टलेस लेग सिंड्रोम से पीड़ित होने की संभावना पुरुषों के मुाकबले 25 से 50 फीसदी ज्यादा होती है। इस सिंड्रोम से पीड़ित महिलाएं पैरों को ज्यादा हिलाती हैं। यह स्थिति रात में बदतर हो जाती है। इस समस्या से पीड़ित महिलाओं को रात में अच्छी नींद लेने में परेशानी होती है।

सर्केडियन रिदम हो जाती है डिस्टर्ब

महिलाओं की सर्केडियन रिदम पुरुषों के मुकाबले डिस्टर्ब हो जाती है। यह डिस्टर्बेंस कई तरह की शारीरिक परेशानियों जैसे स्लिपिंग डिसऑर्डर, मूड डिसऑर्डर और दूसरे कारणों से होता है। दरअसल, हर इंसान के सोने और जागने का एक समय होता है। दिमाग में मौजूद हाइपोथैल्मस ग्रंथि सर्केडियन रिदम को ऑन करती है। इसी की वजह से सोने और जागने का समय फिक्स हो जाता है।

Advertisement

नींद न आने या नींद में खलल के ये भी हैं कारण

यह भी पढ़ें : नींद न आने की समस्या से हैं परेशान? तो सोने से पहले करें ये काम

ऐसे पाएं अच्छी नींद

Open in App
Advertisement
Tags :
for good sleepingGood sleeplack of sleeping
Advertisement
Advertisement