'लॉरेंस बिश्नोई हमें मार देगा...'; अभिनव अरोड़ा को मिली धमकी, मां का दावा- परिवार की जान को खतरा
Abhinav Arora Received Threat From Lawrence Bishnoi: मशहूर आध्यात्मिक प्रवक्ता और 'बाल संत' के नाम से लोकप्रिय अभिनव अरोड़ा को जान से मारने की धमकी मिली है। 10 साल के अभिनव की मां ज्योति अरोड़ा ने ANI से बातचीत में दावा किया कि उन्हें और उनके बेटे अभिनव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली है। अभिनव ने भक्ति और आध्यात्मकि प्रवचन देने के अलावा ऐसा कुछ नहीं किया है कि उसे इतना कुछ सहना पड़ रहा है। जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। सोशल मीडिया के जरिए हमारा सामाजिक उत्थान करने का प्रयास किया जा रहा है।
फोन और मैसेज करके धमकाया
अभिनव अरोड़ा की मां ज्योति ने दावा किय कि बीते दिन हमें एक कॉल आई थी। फोन करने वाले ने कहा कि अभिनव को जान से मार दिया जाएगा। उसके बाद रात में एक फोन आया, लेकिन वह फोन पिक नहीं हो पाया। जिस नंबर से कॉल आया, उसी नंबर से एक मैसेज आया है कि वह अभिनव को जान से मार देंगे। पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। घर के बाहर अराजकता है...जान से मारने की धमकी मिली है... हम इसे कब तक बर्दाश्त करेंगे।
स्वामी रामभद्राचार्य के कारण चर्चा में आए
बता दें कि अभिनव अरोड़ा दिल्ली के रहने वाले हैं और स्पिरिचुअल स्पीकर हैं। 3 साल की उम्र से वे आध्यात्मिक संदेश दुनिया को दे रहे हैं। उनका एक यूट्यूब चैनल है, जो काफी लोकप्रिय है। अभिनव अरोड़ा हाल ही में चर्चा में आया, जब स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा अभिनव अरोड़ा को डांटा गया और उन्हें मंच से नीचे उतार दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जबकि वायरल वीडियो के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उनकी मां ने कहा कि बड़ों की डांट भी आशीर्वाद के बराबर होती है, लेकिन इस घटनाक्रम के कारण अभिनव ट्रोलस के निशाने पर आ गए थे।
स्वामी रामभद्राचार्य ने डांटा था अभिनव को
ज्योति अरोड़ा ने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य वाला मुद्दा इतना बड़ा नहीं था, जितना इसे बनाया जा रहा है। यह वीडियो 2023 का है और वृंदावन का है। अभिनव भक्ति में इतने लीन थे कि वह भूल गए कि उन्हें मंच पर चुप रहना है और उन्होंने जप करना शुरू कर दिया। बाद में रामभद्राचार्य जी ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया। बड़ों की डांट भी आशीर्वाद के बराबर होती है। अभिनव अरोड़ा ने स्वामी रामभद्राचार्य से जुड़ी घटना को भी नजरअंदाज करने की कोशिश की और कहा कि सभी का ध्यान उनकी डांट पर था, न कि उस आशीर्वाद पर जो उन्होंने मुझे दिया। हर कोई उनकी डांट पर ध्यान दे रहा है, न कि उस आशीर्वाद पर जो उन्होंने मुझे बाद में दिया। उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुलाया और आशीर्वाद दिया, जिसका वीडियो आज भी इंटरनेट पर उपलब्ध है।