Aditya L-1 Mission: सूर्य के हेलो ऑर्बिट में पहुंच गया देश का पहला Sun Mission, इसरो ने रच दिया इतिहास
Aditya L-1 Successfully Entered the Halo Orbit of Sun : भारत का सूर्य मिशन Aditya L-1 सफलतापूर्वक सूर्य के हेलो ऑर्बिट में पहुंच गया। शनिवार को दोपहर करीब 4 बजे इसरो (ISRO) ने स्पेसक्राफ्ट को फाइनल फायर दी जिसके बाद उसकी गति को नियंत्रित करते हुए इसे सूर्य के हेलो ऑर्बिट में पहुंचाया गया।
अब यह स्पेसक्राफ्ट अगले पांच साल तक सूर्य की किरणों का अध्ययन करेगा। यह सूर्य इतना जलता क्यों हैं और उसकी किरणों का तापमान कितना होता है जैसे सवालों का जवाब ढूंढेगा। अभी तक धरती पर लगे टेलिस्कोप के जरिए ही सूर्य का अध्ययन किया जाता रहा है। यह भारत की एक बहुत बड़ी सफलता है।
पीएम मोदी ने दी बधाई
इस मिशन को पिछले साल 2 सितंबर को लॉन्च किया गया था। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने एक और लैंडमार्क बना दिया है। यह हमारे वैज्ञानिकों की मेहनत और समर्पण को दिखाता है। हम मानवता की भलाई के लिए विज्ञान के नए पहलुओं पर काम करना इसी तरह जारी रखेंगे।
इसरो चीफ एस सोमनाथ के अनुसार Aditya L-1 सूर्य और पृथ्वी के बीच लैग्रेंज बिंदु-1 (L1 पॉइंट) पर रहेगा जहां से बिना ग्रहण के सूर्य को देखना संभव है। ऐसे में सूर्य की किरणों का अध्ययन करने में बाधा नहीं आएगी। इस पॉइंट को इसीलिए चुना गया, क्योंकि यहां पर ग्रेविटी काम नहीं करती है।
यह मिशन जो डाटा उपलब्ध कराएगा उससे यह समझने में मदद मिलेगी कि सूर्य की सतह पर क्या होता है। इससे गंभीर सोलर विंड्स का पूर्वानुमान लगाने में भी सहायता मिलेगी। भारत का यह बेहद अहम मिशन ऐसी जानकारियां देगा जिन्हें पूरी दुनिया की साइंटिस्ट कम्युनिटी जानना चाहती है।