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दिवाली गिफ्ट के नाम पर इंजीनियर से ठगी, जानें WhatsApp से कैसे लग गया साढ़े 4 लाख का चूना?

Karnataka Cyber ​​Crime News: फेस्टिव सीजन में अब ऑनलाइन स्कैमर्स भी एक्टिव हो गए हैं। जो ऑनलाइन लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला बेंगलुरु में सामने आया है। यहां एक इंजीनियर के साथ कैसे फ्रॉड किया गया, इस बारे में जानते हैं?
10:17 PM Oct 28, 2024 IST | Parmod chaudhary
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Bangalore Cyber ​​Crime News: फेस्टिव सीजन में अब ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ने लगे हैं। ताजा मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सामने आया है। इस बार ठगी का तरीका चौंकाने वाला है। बता दें कि दिवाली के मौके पर लोग अपने दोस्तों को गिफ्ट देते हैं। वहीं, कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को तोहफे देती हैं। लेकिन अब ठग झांसे में लेकर ठगी के नए तरीके अपना रहे हैं। ऑनलाइन स्कैम के जरिए लोगों को चूना लगाया जा रहा है। बेंगलुरु में एक इंजीनियर को ठगों ने ऑनलाइन गिफ्ट कार्ड स्कैम के जरिए चूना लगा दिया। इंजीनियर के खाते से साढ़े 4 लाख रुपये साफ कर दिए गए। एक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक धोखाधड़ी की शुरुआत एक व्हाट्सऐप मैसेज के जरिए हुई।

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13 अक्टूबर का है मामला

इंजीनियर ने अपने मोबाइल पर बॉस से दिवाली गिफ्ट का मैसेज देखा। इसके बाद जो हुआ, उसके बारे में विस्तार से जानते हैं। दरअसल मामला 13 अक्टूबर का है। इंजीनियर को बॉस का व्हाट्सऐप पर मैसेज आया था। जिसमें लिखा था कि मैं फिलहाल कॉन्फ्रेंस कॉल मीटिंग में बिजी हूं। आपको एक काम करना है। हम लोगों को अपने ग्राहकों के लिए गिफ्ट कार्ड प्रदान करने हैं। लेकिन आपको ये कन्फर्म करने की जरूरत है कि हम पेटीएम से ऐप्पल ऐप स्टोर कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं या नहीं। इंजीनियर ने हाल ही में कंपनी में ज्वाइनिंग की थी।

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नई नौकरी में बॉस पर अपना प्रभाव जमाने के चक्कर में उसने 4 लाख 35 हजार के वाउचर खरीद डाले। इसके बाद इंजीनियर को लगातार सुझाव वाले मैसेज फॉलो करने को कहा गया। इंजीनियर को जैसे निर्देश मिले, वह वैसे ही करता गया। पूरी प्रक्रिया के बाद इंजीनियर ने वाउचर कोड शेयर कर दिए। जिसके बाद इंजीनियर ने अपने एचआर डिपार्टमेंट को इस बात की जानकारी दी। यहां से इंजीनियर को पता लगा कि उसके साथ ठगी की गई है। उसे असली बॉस ने कोई मैसेज नहीं भेजा था।

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इंजीनियर ने दर्ज करवाई एफआईआर

यह बात जानकर इंजीनियर के पैरों तले जमीन खिसक गई। अब इस बात की जानकारी इंजीनियर ने बेलंदूर साइबर क्राइम ब्रांच को दी है। जहां उसकी FIR पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बता दें कि गिफ्ट कार्ड स्कैमर्स के लिए आसान हथियार बन गए हैं। क्योंकि इनको खरीदना और शेयर करना बेहद आसान होता है। वहीं, इन लोगों को ट्रेस कर पाना बेहद मुश्किल होता है। एक बार ठगे गए तो रिफंड पाना लगभग नामुमकिन है। ये स्कैम फिशिंग जैसे हैं, जिसमें धोखेबाज़ भुगतान के रूप में गिफ्ट कार्ड की डिमांड करते हैं।

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