अतुल सुभाष के घर में सन्नाटा, पिता बोले-इंसाफ चाहिए, बेटे को जहां विदा करने आते थे, वहां अस्थियां लेकर लौटे
Atul Subhash Suicide Case: (अमिताभ ओझा, पटना) बिहार की राजधानी पटना से 100 किलोमीटर दूर समस्तीपुर जिले का पूसा आता है। पूसा में बिहार का कृषि विश्वविद्यालय है। पूसा बाजार में ही पवन अग्रवाल का घर है। सामाजिक सरोकार से जुड़े पवन अग्रवाल के घर पर बुधवार को ताला लगा मिला। लेकिन उनके घर के सामने जाते ही आस-पड़ोस के लोग जुट जाते हैं। पवन अग्रवाल का परिवार इतने कठिन दौर से गुजर रहा था, यह किसी को नहीं पता था। लेकिन नौ दिसंबर को जब उनके बेटे अतुल सुभाष (जिसे दोस्त अमित कहते थे) के सुसाइड की खबर आई तो सब दंग रह गए।
काफी मिलनसार था अतुल
पूसा जैसे छोटे शहर से निकलकर अतुल सुभाष ने बड़ी लंबी दूरी तय की थी। किसी ने नहीं सोचा था कि इतने प्रतिभावान और मिलनसार अतुल की जिंदगी मे ऐसा भूचाल भी आएगा। पवन अग्रवाल के घर के बाहर कई पडोसी मिले। उनका कहना था कि अतुल को इंसाफ मिलना चाहिए। उसने सुसाइड नहीं किया, बल्कि हत्या हुई है। उसने जिन-जिन लोगों पर आरोप लगाया है, सबके खिलाफ जांच होनी चाहिए, ताकि कानून के अनुसार सजा मिले। पूसा बाजार में ही अतुल के चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल की कपडे़ की दुकान है। वो दुकान पर मिले, उन्होंने बताया कि यकीन नहीं हो रहा कि अतुल नहीं रहा। वह काफी मिलनसार लड़का था।
बजरंग अग्रवाल बताते हैं कि पवन अग्रवाल के पिता मूलतः छत्तीसगढ़ के रायपुर के रहने वाले थे। लेकिन बचपन में ही पिता के निधन के बाद पूसा में हम लोगों के पास आ गए थे। फिर यहीं पर व्यवसाय करने लगे। पवन अग्रवाल के दो बेटे हैं। बड़ा अतुल था, दोनों भाई पढ़ने में तेज थे। अतुल बेंगलुरु चला गया, जबकि छोटा भाई विकास दिल्ली में रहता है। अतुल सुभाष की शादी जौनपुर की रहने वाली निकिता सिंघानिया के साथ 26 अप्रैल 2019 को हुई थी। दोनों का रिश्ता एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुआ था। फिर दोनों परिवार मिले और धूमधाम से शादी हुई थी।
दो दिन ससुराल में रही थी निकिता
शादी के बाद दो दिन ही निकिता ससुराल में रुकी। वो भी बेंगलुरु में जॉब करती थी। इसलिए अतुल के साथ चली गई। 9 दिसंबर को पवन अग्रवाल को अतुल के सुसाइड की जानकारी मिली। जिसके बाद वे पत्नी के साथ बेंगलुरु निकल गए। दिल्ली से उनका छोटा बेटा विकास भी गया। उसके बाद वहां पुलिस ने अतुल का सुसाइड नोट और वीडियो परिजनों को दिखाए। अतुल का वहीं दाह संस्कार कर दिया गया। उसकी अस्थियां लेकर पवन अग्रवाल बुधवार शाम पटना लौटे। एयरपोर्ट पर अतुल की मां बार-बार बेहोश हो रही थी। जबकि बेटे की मौत से गमजदा पवन अग्रवाल के आंसू नहीं थम रहे थे। पिता ने कहा कि जिस बेटे को विदा करने पटना आते थे, आज उसकी अस्थियां लेकर लौट रहे हैं। हमें इंसाफ चाहिए। अतुल के मामा ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि इंसाफ मिलना चाहिए।
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