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गरीब परिवार की तीरंदाज बेटी भजन कौर कौन? पैरिस ओलंपिक में गोल्ड जिसके निशाने पर

Bhajan Kaur Profile Haryana Archer Paris Olympics 2024: पैरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों की चर्चा जोरों पर है। इस बार हरियाणा की 18 वर्षीय भजन कौर भी ओलंपिक में तीरंदाजी करती नजर आएंगी। तो आइए जानते हैं कि छोटी सी उम्र में भजन कौर ने कैसे ये मुकाम हासिल किया है।
10:44 AM Jul 24, 2024 IST | Sakshi Pandey
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Bhajan Kaur Haryana Archer Paris Olympics 2024: फ्रांस की राजधानी पैरिस में जल्द ही ओलंपिक खेलों का आगाज होने जा रहा है। 26 जुलाई को पैरिस में ओलपिंक गेम्स शुरू होंगे। इस बार कई भारतीय खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद से पैरिस का रुख किया है। हालांकि पैरिस ओलंपिक से पहले देश को एक कमाल का तीरंदाज मिला है। हरियाणा की बेटी भजन कौर ने ओलंपिक गेम्स से पहले ही शानदार प्रदर्शन करके लाखों लोगों का दिल जीत लिया है।

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तुर्की में दिखाया कमाल

दरअसल पैरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने के पहले तुर्की के अंतालिया शहर में तीरंदाजी का क्वालीफायर मुकाबला देखने को मिला। ये मुकाबला बेहद दिलचस्प था। जीतने वाले खिलाड़ी को सीधे पैरिस ओलंपिक 2024 में एंट्री मिलती तो हारने वाले को घर वापसी करनी पड़ती। देश की जाबाज खिलाड़ी दीपिका कुमारी को तीरंदाजी दिखाने का मौका मिला। मगर वो अपने लक्ष्य से चूक गईं। ऐसे में हरियाणा की रहने वाली भजन कौर ने मोर्चा संभाला और ईरान की टॉप तीरंदाज को मात दे दी। अब पैरिस ओलंपिक में भजन कौर तीरंदाजी करती नजर आएंगी।

उम्र महज 18 साल

आपको जानकर हैरानी होगी कि भजन कौर की उम्र महज 18 साल है। इतनी कम उम्र में ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेना अपने आप में बड़ी कामयाबी है। बेशक भजन कौर को तीरंदाजी का ज्यादा अनुभव नहीं है। उनकी तीरंदाजी कमाल की है। भजन कौर इससे पहले भी एशियन गेम्स और ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा ले चुकी हैं। साथ ही उन्होंने कई मेडल्स भी अपने नाम किए हैं।

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कैसे शुरू हुआ सफर?

भजन कौर को तीरंदाजी का शौक 8वीं क्लास से ही लग गया था। दरअसल भजन के एक सीनियर की बौ यानी धनुष स्कूल में छूट गया था। ऐसे में भजन के टीचर ने उन्हें धनुष से तीर चलाने का टास्क दिया। भजन कौर ने काफी बेहतरीन निशाना लगाया। भजन के प्रदर्शन से सभी खुश हो गए और उनकी खूब वाहवाही हुई। उसी के बाद भजन कौर ने तीरंदाज बनने का फैसला कर लिया।

घर में नहीं थे पैसे

भजन कौर ने घर आकर अपने पिता से तीरंदाज बनने की ख्वाहिश जताई। हालांकि भजन का परिवार काफी गरीब था और आर्थिक तंगी के कारण पिता भी चिंता में पड़ गए। दरअसल तीरंदाजी किट काफी महंगी आती थी। मगर भजन तीरंदाज बनने की जिद पर अड़ी थीं। लिहाजा पिता ने पैसे उधार लेकर भजन कौर को 25 हजार की तीरंदाजी किट दलाई। भजन इससे निशाना लगाना तो सीख गईं मगर बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए महंगी और एडवांस किट की जरूरत थी। पिता ने जैसे-तैसे 3 लाख रुपये जोड़े और भजन को बेस्ट क्वालिटी की किट खरीदकर दी। उसके भजन कौर ने ऐसी उड़ान भरी कि उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

भजन कौर ने जीते मेडल

तीरंदाज बनीं भजन कौर ने महज एक साल के अंदर कई मेडल अपने नाम कर लिए हैं। 2023 में उन्होंने पैरिस में ही आयोजित तीरंदाजी विश्वकप में कांस्य पदक जीता था। 2023 में ही भजन कौर ने चीन की खिलाड़ी को हराकर यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में एक और कांस्य पदक अपने खाते में डाल लिया था। इससे पहले कोलंबिया में भजन टॉप 10 तीरंदाज में शामिल रहीं और तुर्की के अंतालिया में तीरंदाजी विश्व कप में भी वो सेमीफाइनल तक पहुंची थीं।

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