RJD से इस्तीफे के बाद अब किस पार्टी का दामन थामेंगे श्याम रजक? सामने हैं 3 बड़े विकल्प
Bihar Shyam Rajak Latest News Update: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की सियासत में बड़े उलटफेर देखने को मिल रहे हैं। लालू यादव के करीबी रहे श्याम रजक ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में श्याम रजक का अगला कदम क्या होगा? इस पर सस्पेंस बना हुआ है। तो आइए समझते हैं बिहार का सियासी समीकरण आखिर क्या कहता है?
नीतीश ने मंत्रीमंडल से किया था बर्खास्त
आरजेडी प्रमुख लालू यादव के दो सबसे बड़े करीबी रहे हैं। पहला रामकृपाल यादव और दूसरा श्याम रजक। रामकृपाल यादव सालों पहले आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए, तो श्याम रजक का आरजेडी और जेडीयू में आना-जाना लगा रहा। नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल का हिस्सा रहे श्याम रजक की नीतीश से नहीं बनी तो नीतीश ने उन्हें मंत्रीमंडल से बर्खास्त कर दिया। श्याम रजक एक बार फिर आरजेडी में शामिल हो गए। मगर उन्होंने फिर से आरजेडी का दामन छोड़ दिया है।
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3 विकल्प मौजूद
श्याम रजक के सामने अब 3 बड़े विकल्प मौजूद हैं। पहला वो जेडीयू में शामिल हो जाएं, दूसरा बीजेपी का हाथ थाम लें या फिर प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का हिस्सा बन जाएं। श्याम रजक इनमें से कौन सा विकल्प चुनेंगे? यह कह पाना मुश्किल है, लेकिन नीतीश कुमार के साथ जाना ही उनके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।
जनसुराज पार्टी में है रिस्क
दरअसल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर प्रशांत किशोर जनसुराज पार्टी की औपचारिक घोषणा करेंगे। प्रशांत किशोर का कहना है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। मगर वो खुद चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। प्रशांत किशोर इस पार्टी की बागडोर किसी दलित नेता को सौंप सकते हैं। ऐसे में श्याम रजक के लिए यह अच्छा मौका है। हालांकि नई पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरना किसी रिस्क से कम भी नहीं है।
जेडीयू या बीजेपी?
श्याम रजक के बीजेपी में शामिल होने की बात है तो, यह काफी मुश्किल कदम होगा। श्याम रजक समाजवादी विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए बीजेपी में फिट बैठना उनके लिए आसान नहीं होने वाला है। इस स्थिति में एकमात्र विकल्प जेडीयू ही बचती है। नीतीश से हाथ मिलाकर श्याम रजक ना सिर्फ एनडीए गठबंधन का साथ पा सकते हैं बल्कि बिहार चुनाव में आरजेडी और इंडिया गठबंधन को करारी टक्कर भी दे सकते हैं।
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