होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

साइकिल पर बेचते थे नमकीन, आज करोड़ों का कारोबार, बिपिन हदवानी कैसे बने बड़े बिजनेसमैन?

Bipin Hadvani Gopal Snacks Success Story: नमकीन की दुनिया में गोपाल स्नैक्स का नाम काफी मशहूर है। मगर क्या आप इसके पीछे की बैकग्राउंड स्टोरी जानते हैं? साइकिल पर नमकीन बेचकर बिपिन हदवानी ने 1300 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी है।
07:02 AM Jul 13, 2024 IST | Sakshi Pandey
Advertisement

Bipin Hadvani Gopal Snacks Success Story: बड़ा बिजनेस शुरू करने के लिए मोटी रकम की जरूरत होती है। बिना इंवेस्टमेंट के किसी भी बिजनेस की नींव रखना बेहद मुश्किल है। हालांकि देश में कई ऐसे बिजनेसमैन मौजूद हैं, जिन्होंने जीरो से शुरू करके आज कंपनी को आसमान पर पहुंचा दिया है। इस लिस्ट में एक नाम बिपिन हदवानी का भी शामिल है। 'गोपाल स्नैक्स' के मालिक बिपिन हदवानी ने साइकिल से फेरी लगाकर ये मुकाम हासिल किया है। उनकी कंपनी 'गोपाल स्नैक्स' का कुल टर्नओवर 1300 करोड़ से भी अधिक है।

Advertisement

साइकिल पर बेची नमकीन

बिपिनभाई विट्ठलभाई हदवानी गुजरात से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता की भादरा गांव में नमकीन की एक छोटी सी दुकान थी। स्कूल से आने के बाद बिपिन साइकिल से नमकीन बेचने गांव में निकल जाया करते थे। भादरा में पिता की दुकान अच्छी चल रही थी। मगर बिपिन ने नमकीन की बिक्री बढ़ाने की सोची तो मुश्किल सामने खड़ी थी। दुकान पर सिर्फ आसपास के गांव के लोग ही नमकीन खरीदने आते थे और साइकिल से बिपिन नमकीन बेचने कहीं दूर भी नहीं जा सकते थे।

गणेश नमकीन की शुरुआत

बिपिन ने गांव से बाहर निकलने की ठानी। उन्होंने जब पिता से कहा कि वो राजकोट में नमकीन की दुकान खोलना चाहते हैं तो किसी ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। पिता ने बिपिन को 4500 रुपये दिए और राजकोट रवाना कर दिया। सभी ने सोचा की बिपिन कुछ दिनों में अपनी जिद छोड़कर गांव वापस आ जाएंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ। 1990 में राजकोट पहुंचे बिपिन ने एक रिश्तेदार के साथ मिलकर 'गणेश नमकीन' नामक नया ब्रांड खोला।

Advertisement

गोपाल स्नैक्स की रखी नींव

बिपिन का बिजनेस अच्छा-खासा चल पड़ा था। मगर तभी रिश्तेदार से उनकी पार्टनरशिप टूट गई और कंपनी भी हाथ से चली गई। ये 1994 की बात है। बिपिन ने एक बार फिर जीरो से शुरू करने की ठानी। उन्होंने 'गोपाल स्नैक्स' नाम की नई कंपनी खड़ी की। बिपिन ने पत्नी दक्षाबेन के साथ मिलकर घर में नमकीन बनाते और फिर उसे साइकिल से बेचने जाते।

1300 करोड़ का टर्नओवर

ग्राहकों को लुभाने के लिए बिपिन ने कम दाम में नमकीन बेचना शुरू किया। इस दौरान उन्होंने मशहूर गुजराती स्नैक्स चवानु बनाया और इसकी कीमत 1 रुपये रखी। बिपिन के अनुसार गणेश नमकीन को लोग अच्छी तरह से पहचान गए थे। ऐसे में जब लोगों के सामने गोपाल नाम का नया प्रोडक्ट गया तो उसे अपनाने में काफी समय लग गया। हालांकि बिपिन को देर से ही सही मगर शानदार कामयाबी मिली। 2012 में गोपाल स्नैक्स ने 100 करोड़ का टर्नओवर कमाया। वहीं 2022 में कंपनी का टर्नओवर 1300 करोड़ हो गया।

शेयर मार्केट में की एंट्री

6 मार्च 2024 को गोपाल स्नैक्स का IPO निकला और लोगों ने इसे धड़ल्ले से खरीदा। गोपाल स्नैक्स देश के 10 राज्यों में 84 तरह के स्नैक्स बेचती है। कंपनी का एक शेयर 300 रुपये से अधिक है। वहीं इसका मार्किट कैप 4 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Business Success StorySuccess Story
Advertisement
Advertisement