कौन हैं Preet Gill, जिन्होंने ब्रिटेन की संसद में भारत के खिलाफ उगला 'जहर'; खास कनेक्शन भी है India से
Britain First Female Sikh MP Preet Gill: ब्रिटेन की पहली सिख महिला सांसद प्रीत कौर गिल ने भारत के खिलाफ काफी 'जहर' उगला है, जबकि उनका भारत से काफी खास कनेक्शन है।
ब्रिटिश संसद के निचले सदन (हाउस ऑफ कॉमन्स) में सांसद प्रीत ने ब्रिटेन में रहने वाले सिखों का मुद्दा उठाया और कहा कि भारतीय एजेंट्स का टारगेट ब्रिटेन में रहने वाले सिख हैं। ब्रिटेन में रह रहे कई सिख उनकी हिट लिस्ट में हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ब्रिटिश सरकार सिखों की सुरक्षा क्या कदम उठा रही है। उन्होंने स्पीच में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका और UK के इंटेलिजेंस अलायंस का जिक्र भी किया।
वहीं प्रीत गिल के सवाल के जवाब में सुरक्षा मंत्री टॉम तुगेनधाट ने बताया कि ब्रिटिश सरकार के लिए देश में रहने वाले सभी लोग एक समान हैं। सभी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है, चाहे वे सिख हों या अन्य किसी धर्म-जाति के लोग, ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा की जाएगी। यदि ब्रिटेन में रहने वाले किसी विदेशी नागरिक को खतरा महसूस हो तो वह बताएं, तुरंत कार्रवाई होगी।
कौन हैं प्रीत गिल?
51 वर्षीय प्रीत गिल ब्रिटेन की पहली सिख महिला सांसद हैं। इनका सही नाम प्रीत कौर शेरगिल है। 21 नवंबर 1972 को उनका जन्म इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुआ था, लेकिन उनकी जड़ें भारतीय हैं। उनके पिता दलजीत सिंह शेरगिर भारत के पंजाब से हैं। वे एक किसान, फोरमैन और बस ड्राइवर थे। उनकी मां कपड़े सिलती थी। 1960 के दशक में वे इंग्लैंड में शिफ्ट हो गए थे। दलजीत सिंह यूनाइटेड किंगडम के पहले गुरुद्वारे गुरु नानक गुरुद्वारा स्मेथविक के अध्यक्ष रह चुके हैं।
साल 2014 में 70 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया था। वहीं प्रीत गिल ब्रिटिश लेबर पार्टी की नेता है। 2017 से वे बर्मिंघम के एजबेस्टन की सांसद हैं और 2023 से प्राइमरी केयर एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर हैं। वे 6 भाई-बहन हैं और कॉलेज में छात्र संघ की अध्यक्ष थीं। उन्होंने इजराइल के किबुत्ज में सामाजिक कार्यकर्ता बनकर काम किया। वे भारत में सड़कों पर रहने वाले बच्चों के लिए काम कर चुकी हैं। प्रीत सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश सिंह चोपड़ा से शादीशुदा हैं और उनकी 2 बेटियां हैं।
क्या है भारतीय एजेंटों और सिखों का विवाद?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 18 जून 2023 को कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को गोलियों से भून दिया गया था। निज्जर भारत का भगौड़ा अपराधी था और उस पर 10 लाख का इनाम भी थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हत्या के लिए भारत को जिम्मेदार ठराया और हाउस ऑफ कॉमन्स में बयान दिया कि निज्जर की हत्या भारतीय एजेंटों ने करवाई है। ट्रूडो ने भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को टारगेट किया था।
दूसरी ओर अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप भारत पर लगाए हैं। पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम करने का दावा अमेरिका ने किया था।