चीन और पाकिस्तान की उड़ेगी नींद, जल्द भारत के पास होंगे 26 राफेल लडाकू विमान
पवन मिश्रा, दिल्ली
Indian Navy Chief Admiral Dinesh K Tripathi: पाकिस्तान की तरफ से चीन अपनी समुद्री ताकत बढ़ाने के लगातार प्रयास करता रहता है। अब इसे लेकर भारतीय नौसेना ने बड़ा कदम उठाया है। नेवी डे से पहले सोमवार को भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना की ताकत में लगातार इजाफा हो रहा है और हम साल 2047 तक पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएंगे।
62 जहाज और एक पनडुब्बी का किया जा रहा निर्माण
एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने आगे कहा कि भारत जल्द ही 26 राफेल जेट और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है। न्यूज 24 के पूछने पर कि अभी सेना कितने जहाज और पनडुब्बी का निर्माण कर रही है उन्होंने कहा कि वर्तमान में 62 जहाज और एक पनडुब्बी का निर्माण चल रहा है।
साल 2025 में बड़ी तादाद में जहाज नौसेना में होंगे शामिल
नौसेना प्रमुख ने कहा कि साल 2025 में बड़ी तादाद में जहाज नौसेना में शामिल होने का इंतज़ार कर रहे है। कम से कम एक जहाज नौसेना में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बल में डीलक्स तकनीक को शामिल करने के लिए प्रयास दोगुना कर दिए हैं। राफेल-एम और स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद अगले महीने अंतिम रूप ले लेगी।
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पाकिस्तान और चीन से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार
पाकिस्तान की तरफ से चीन की शह पर अपनी समुद्री ताकत बढ़ाने के प्रयासों पर एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है। इसके अलावा हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। एडमिरल ने यह आगे कहा कि हम चीनी नौसेना इकाइयों सहित हिंद महासागर क्षेत्र में सक्रिय अतिरिक्त क्षेत्रीय बलों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है, इनमें युद्धपोत और अनुसंधान पोत दोनों शामिल हैं।
क्या चीन निकट भविष्य में हिंद महासागर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी होगा?
एडमिरल ने कहा कि फ्रांस के साथ प्रस्तावित राफेल मरीन लड़ाकू विमान सौदे की बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है। भारतीय नौसेना को अगले महीने तक राफेल-मरीन और तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के सौदे पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। न्यूज 24 के ये पूछने की क्या चीन निकट भविष्य में हिंद महासागर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धी होगा? उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आपने चीन के बारे में सुना होगा कि वह खुद को मध्य साम्राज्य कहता है। एक किताब द हंड्रेड-ईयर मैराथन में बताया गया है कि चीनी लोग क्या बनना चाहते हैं? उनका एक सपना है कि वे विश्व शक्ति बनना चाहते हैं।
हिंद महासागर क्षेत्र में हमारे हितों पर कोई असर नहीं पड़ने देंगे
एडमिरल ने आगे कहा कि हम ऐसा होते हुए देख रहे हैं। हमारा मानना है कि यह प्रशांत महासागर में और अधिक स्पष्ट होगा और हम यह सुनिश्चित करने के लिए निगरानी कर रहे हैं कि हमारे हिंद महासागर क्षेत्र में हमारे हितों पर कोई असर न पड़े। हाल ही में आईएनएस अरिघाट से 3500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली परमाणु सक्षम मिसाइल के-4 के परीक्षण पर नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि भारत का मिसाइल परीक्षण पूरी तरह सफल रहा है।
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