होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

'BJP को संविधान से इतनी नफरत क्यों?' RSS पर बिफरे मल्लिकार्जुन खड़गे, मनुस्मृति पर किया बड़ा दावा

Mallikarjun Kharge Slams BJP and RSS on Constitution: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी और संघ पर संविधान के बहाने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ परिवार के नेता संविधान से इतनी नफरत क्यों करते हैं?
11:17 AM Nov 08, 2024 IST | Rakesh Choudhary
Mallikarjun Kharge Slams BJP and RSS
Advertisement

BJP and RSS News: महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बीच बीजेपी और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी जहां एक ओर खड़गे के चुनावी वादों पर उठाए सवाल को लेकर कांग्रेस को घेर रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस संविधान और मनुस्मृति की तुलना कर बीजेपी और संघ पर निशाना साध रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार सुबह एक पोस्ट के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि बीजेपी को भारत के संविधान से इतनी नफरत क्यों हो गई है?

Advertisement

खड़गे ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि हम महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और असम के सीएम से पूछ रहे हैं कि वे संविधान से इतनी नफरत क्यों करते हैं। ये सवाल मोदीजी से भी है जिन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद संसद में संविधान को झुककर प्रणाम किया था। इसके साथ ही खड़गे ने लिखा कि बीजेपी और आरएसएस के नेता संविधान को बार-बार नक्सलवाद से जोड़कर देश में मनुस्मृति लागू करने का पराजित एजेंडा लाना चाहते हैं?

ये भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज फिर धक्का-मुक्की, हाथापाई; मार्शलों ने खुर्शीद शेख को क्यों बाहर निकाला?

Advertisement

ऑर्गेनाइजर का किया जिक्र

बीजेपी और संघ के नेता यह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि संविधान सभी को बराबरी का हक देता है और दलित, आदिवासी, पिछड़े और गरीबों को शक्ति प्रदान करता है। इस दौरान खड़गे ने आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर का हवाला भी दिया। उन्होंने लिखा कि आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर ने 30 नवंबर 1949 के अंक में लिखा था कि "भारत के इस नए संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमे भारतीय कुछ भी नहीं है, प्राचीन भारत के अ‌द्भुत संवैधानिक विकास के बारे में इसमें कोई ज़िक्र ही नहीं है, आज तक मनुस्मृति में दर्ज मनु के कानून दुनिया की प्रशंसा का कारण हैं और वे स्वयंस्फूर्त आज्ञाकारिता और अनुरूपता पैदा करते हैं, हमारे संवैधानिक विशेषज्ञों के लिए यह सब निरर्थक है।" यहां आरएसएस साफ तौर पर भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता यानी अंबेडकर के विरोध में और मनुस्मृति के समर्थन में खड़ी है।

नेहरू-आंबेडकर के फूंके थे पुतले

खड़गे यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा पूरा देश जानता है कि संघ परिवार ने उस समय किस तरह संविधान की प्रतियां जलाईं थी और पंडित नेहरू और आंबेडकर के पुतले फूंके थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और देश की जनता संविधान और आरक्षण विरोधी बीजेपी को करारा जवाब देगी।

ये भी पढ़ेंः Maharashtra Chunav 2024: विदर्भ की 62 सीटें तय करेगी जीत का रास्ता, दांव पर दिग्गजों की साख

Open in App
Advertisement
Tags :
BJPMallikarjun KhargeRSS
Advertisement
Advertisement