'बहुत कुछ नजर नहीं आ रहा...', अडानी मामले में जाने-माने क्रिमिनल लॉयर ने कही ये बात
Criminal Lawyer Vijay Aggarwal on Gautam Adani Case: देश के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद चर्चा में हैं। गौतम अडानी पर ये आरोप अमेरिकी न्याय विभाग एसईसी (डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस) और अमेरिका सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की ओर से लगाए गए हैं। हालांकि अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
विजय अग्रवाल ने कहा- मुझे बहुत कुछ नजर नहीं आ रहा है
इस बीच जाने-माने क्रिमिनल लॉयर एडवोकेट विजय अग्रवाल ने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रेक्ट मामले में अमेरिकी अभियोजकों के कानूनी पहलुओं पर बात की। उन्होंने कहा कि अभी तक मुझे बहुत कुछ नजर नहीं आ रहा है। इस 54 पन्ने के अभियोग पत्र पर एक नजर डालें तो आप कोई भी बिंदु नहीं जोड़ पाएंगे। अभी तक मैं इसे सिर्फ एक और मामले के रूप में देखता हूं। एक व्यक्ति को तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि उसे दोषी न पाया जाए। इसकी तुलना दो मामलों से नहीं करनी चाहिए।
समृद्ध देशों के साथ प्रतिस्पर्धा
उन्होंने आगे कहा कि जब कोई बड़ा समूह होता है तो उसके विभिन्न व्यावसायिक हित होते हैं। परिवहन के साथ-साथ हरित ऊर्जा क्षेत्र में चीनी कंपनियों और तेल समृद्ध देशों के साथ प्रतिस्पर्धा होती है। वे हिंडनबर्ग तक से बच गए हैं। आप नहीं जानते कि कौन प्रतिस्पर्धा को खत्म करने में रुचि रखता है, किसी को व्यक्तिगत रूप से नीचे गिराना चाहता है। शेयर की कीमत में गिरावट के कारण कोई लाभ उठाना चाहता है। इसलिए आप कभी नहीं जान सकते कि उनका इरादा क्या है।
अडानी समूह ने आरोपों पर क्या कहा?
गौतम अडानी पर लगाए गए गंभीर आरोपों पर अडानी समूह ने बयान जारी किया। अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि गौतम अडानी पर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। जस्टिस डिपार्टमेंट के अनुसार अभियोग में लगाए गए आरोप अभी केवल आरोप हैं। जब तक दोष साबित नहीं हो जाता तब तक प्रतिवादियों को निर्दोष माना जाता है।